सीनेट चुनाव में एक सीट के लिए 68.60 फीसद हुई वोटिंग

रांची विवि में सोमवार को सीनेट के शिक्षक के एक सीट के लिए चुनाव हुआ। 10 सीटों का परिणाम आ चुका है। मतगणना मंगलवार को होगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 07:19 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 07:19 AM (IST)
सीनेट चुनाव में एक सीट के लिए 68.60 फीसद हुई वोटिंग
सीनेट चुनाव में एक सीट के लिए 68.60 फीसद हुई वोटिंग

जागरण संवाददाता, रांची : रांची विवि में सोमवार को सीनेट के शिक्षक के एक सीट के लिए चुनाव हुआ। 15 संबद्धता प्राप्त संस्थानों में हुए चुनाव में 68.60 प्रतिशत वोटिंग हुई। कुल 653 वोट में 448 वोट पड़े। मतदान सुबह 11 बजे शुरू होकर दो बजे समाप्त हो गया। मतदान कार्य में डीएसडब्ल्यू डॉ. पीके वर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. एके चौधरी, सीसीडीसी डॉ. शाहदेव, डीआर डॉ. प्रीतम कुमार, डॉ. प्रदीप अधिकारी, डॉ. हरि उरांव आदि लगे थे। उल्लेखनीय है कि कुल 11 सीटों में से 10 का परिणाम रविवार को जारी हो गया था। इसमें छह सीटों के लिए वोटिंग हुई थी और चार सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। मतगणना आज 11 बजे से

छह वर्ष बाद हो रहे सीनेट चुनाव को लेकर शिक्षकों में खूब उत्साह था। सभी कॉलेजों में चहल-पहल थी। मतगणना मंगलवार को सुबह 11 बजे से मोरहाबादी स्थित मानविकी बिल्डिंग बी में होगी। सभी कॉलेजों से वोटिंग बक्सा लाकर मानविकी बिल्डिंग में जमा कर दिया गया है। कहां कितने वोट पड़े

संस्थान- कुल मत- वोट पड़े

पीवीएई कॉलेज चैनपुर-05-05

ताना भगत कॉलेज घाघड़ा-14-13

एसके बागे कॉलेज कोलिबेरा- 14-10

सिल्ली कॉलेज सिल्ली-21-18

यूकेएस कॉलेज डकरा- 17-15

संत जोसेफ कॉलेज तोरपा- 08-06

सीएन लॉ कॉलेज नामकुम- 10-08

मौलाना आजाद कॉलेज रांची- 07-06

एसजीएम पंडरा- 45-44

योगदा सत्संग कॉलेज रांची- 37-34

निर्मला कॉलेज रांची- 43-36

गोस्सनर कॉलेज- 46-37

सेंट जेवियर्स कॉलेज- 66-61

निफ्ट, हटिया- 40-24

रिम्स रांची - 280-131 कानूनी सलाह लेने की है तैयारी

रांची : रांची विवि के सीनेट चुनाव में एक वोट से पराजित डॉ. आशीष झा ने वीसी से शिकायत की थी। अब इस मामले में विवि प्रशासन लीगल ओपिनियन लेगा। चुनाव में पहली बार पोस्टल वोटिंग करने और नोटा का प्रावधान किया गया था। लेकिन इसकी स्वीकृति कुलपति डॉ. रमेश कुमार पांडेय से नहीं लिया था। वीसी चुनाव के इलेक्शन कमिश्नर होते हैं। बिना इनकी अनुमति के नया प्रावधान लागू नहीं किया जा सकता है। वीसी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में आरयू प्रशासन लीगल ओपिनियन लेने के बाद नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

chat bot
आपका साथी