छठी, सातवीं व आठवीं में 2886 बच्चों का होगा मुफ्त नामांकन Ranchi News

कल्याण विभाग ने 68 आवासीय विद्यालयों में नामांकन के लिए आवेदन मांगा है। इसमें एसटी एससी और पिछड़ी जाति के बच्चों का नामांकन होगा।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 02 Jan 2020 11:26 AM (IST) Updated:Thu, 02 Jan 2020 11:26 AM (IST)
छठी, सातवीं व आठवीं में 2886 बच्चों का होगा मुफ्त नामांकन Ranchi News
छठी, सातवीं व आठवीं में 2886 बच्चों का होगा मुफ्त नामांकन Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। अनुसूचित जनजाति (एसटी), अनुसूचित जाति (एससी), अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने अपने 68 आवासीय विद्यालयों में नामांकन के लिए आवेदन मांगा है। नामांकन छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा की 2886 रिक्तियों के विरुद्ध होगा। छठी कक्षा में 1329, सातवीं में 1216 तथा आठवीं कक्षा में 341 बच्चों का नामांकन होगा। संबंधित वर्गों में नामांकन के लिए न्यूनतम आयु क्रमश: 12, 13 व 14 वर्ष मुकर्रर की गई है। 

विभाग ने नामांकन के लिए आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 जनवरी तय की है। आठ मार्च को राज्य स्तर पर प्रवेश परीक्षा ली जाएगी, जबकि 25 अप्रैल नामांकन की अंतिम तिथि सुनिश्चित की गई है। प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयनित एसटी, एससी और पिछड़े वर्ग के छात्रों का जहां मुफ्त नामांकन होगा। इसके साथ ही उनके रहने, खाने, पाठ्य सामग्री, चिकित्सा सुविधा आदि का वहन सरकार करेगी। पिछले तीन वर्षों से प्रवेश परीक्षा के माध्यम से शुरू हुई नामांकन की इस प्रक्रिया के तहत 2018 में जहां 28 हजार बच्चों ने आवेदन दिया था, वहीं 2019 में यह संख्या बढ़कर 55 हजार हो गई थी। 

25 फीसद सीट पीवीटीजी, छह पहाडिय़ा बच्चों के लिए आरक्षित 

विभागीय सूत्रों के अनुसार कुल रिक्तियों का 25 फीसद हिस्सा अति कमजोर जनजाति समूह (पीवीटीजी) के लिए आरक्षित रहेगा। अगर यह सीट रिक्त रह जाती है तो इसे एसटी छात्रों से भरा जाएगा। इससे इतर संताल परगना प्रमंडल में अति कमजोर जनजातीय समूह (पहाडिय़ा) के लिए चिह्नित छह विद्यालयों में पहाडिय़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा। इसी तरह दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल में टाना भगत समूह के लिए चिह्नित तीन विद्यालयों में इस समुदाय के बच्चों का नामांकन प्राथमिकता के आधार पर होगा।

चार को मान्यता, 14 कतार में, 16 बनेंगे मॉडल विद्यालय

विभाग की ओर से संचालित आवासीय विद्यालयों में से चार को अबतक सीबीएसई की मान्यता मिल चुकी है, जबकि 14 कतार में है। इससे इतर 10वीं और 12वीं में बेहतर प्रदर्शन कर रहे विद्यालयों में से 16 को मॉडल बनाने की प्रक्रिया जारी है। इनमें से कई विद्यालयों का जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा है।

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