Migrant Workers Back Home: इंडिगो के चार्टर्ड प्लेन से मुंबई से रांची पहुंचे 180 प्रवासी

Migrants Workers Back Home. गिरिडीह के डुमरी प्रखंड निवासी कोकिल यादव ने बताया कि मुंबई की स्थिति बहुत ही खराब है। वहां टैक्सी चलाते हैं। दो माह से बेकार बैठे थे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 09 Jun 2020 02:38 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jun 2020 02:46 PM (IST)
Migrant Workers Back Home: इंडिगो के चार्टर्ड प्लेन से मुंबई से रांची पहुंचे 180 प्रवासी
Migrant Workers Back Home: इंडिगो के चार्टर्ड प्लेन से मुंबई से रांची पहुंचे 180 प्रवासी

रांची, जासं। मंगलवार को इंडिगो के चार्टर्ड विमान से मुंबई में फंसे 180 प्रवासी दोपहर 12:30 बजे रांची पहुंचे। एयरपोर्ट से प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से 10 बसों की व्यवस्था भी की गई थी। प्रवासी रामचंद्र यादव ने बताया कि गिरिडीह ज़िले के रहने वाले हैं। मुंबई में होटल में काम कर रहे थे। पिछले दो माह से उनके पास कोई काम नहीं था।

परिवार के भरण-पोषण में काफी परेशानी हो रही थी। गिरिडीह के डुमरी प्रखंड निवासी कोकिल यादव ने बताया कि मुंबई की स्थिति बहुत ही खराब है। वहां टैक्सी चलाते हैं। दो माह से बेकार बैठे थे। रोजी-रोटी का कोई विकल्प नज़र नहीं आ रहा था, इसलिए मुंबई से वापस अपने घर लौटने में ही भलाई समझी। मुबई के हालात सामान्य होने के बाद ही पुनः वहां जाने का विचार करेंगे। लोहरदगा ज़िले की रहने वाली बबीता कच्छप ने बताया कि 18 मार्च को बीआरसी की परीक्षा देने के लिए वह मुंबई गई थी।

23 मार्च को मुबई से रांची लौटना था। इस बीच पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गई औऱ वह मुंबई में फंस गई। दूर के एक रिश्तेदार के यहां किसी तरह दिन कटे। वहां ज्यादा परेशानी नहीं हुई, फिर भी घर लौटने की जल्दी थी। घर वापसी के लिए उन्होंने झारखंड सरकार के एप पर अपना रजिस्ट्रेशन भी कराया था। सोमवार को 11 बजे उन्हें कॉल कर बताया गया कि मुंबई से रांची के लिए चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की गई है। उसके बाद वह निर्धारित समय पर मुंबई एयरपोर्ट पहुंची और इंडिगो के चार्टर्ड प्लेन से रांची पहुंची।

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