छह माह में 1400 सर्जरी कर सुपर एनेस्थेसिया विभाग ने रचा इतिहास

रांची रिम्स का सुपरस्पेशियलिटी एनेस्थिसिया विभाग मात्र छह माह में 1400 सर्जर

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 Feb 2020 07:36 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 01:44 AM (IST)
छह माह में 1400 सर्जरी कर सुपर एनेस्थेसिया विभाग ने रचा इतिहास
छह माह में 1400 सर्जरी कर सुपर एनेस्थेसिया विभाग ने रचा इतिहास

जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स का सुपरस्पेशियलिटी एनेस्थिसिया विभाग मात्र छह माह में 1400 सर्जरी में अपनी सहभागिता दर्ज कराकर एक इतिहास रचा है। इतने कम समय में किसी भी विभाग द्वारा सर्जरी करना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे बड़ी बात है कि सीमित संसाधन और मात्र सात एनेस्थेटिक के सहयोग से यह सब कुछ संभव हो सका है। जबकि, सुपरस्पेशियलिटी विभाग में यह एनेस्थेसिया विंग छह माह पहले ही शुरू हुआ है। इस विभाग में चिकित्सकों की बहाली हुई है। सात विभाग में सर्जरी कराने की है जिम्मेदारी :

सुपरस्पेशियलिटी एनेस्थेसिया विभाग के जिम्मे कई विभाग हैं। इसमें न्यूरो सर्जरी विभाग, प्लास्टिक सर्जरी विभाग, पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी विभाग और यूरोसर्जरी विभाग सहित अन्य विभाग हैं। इन सभी विभागों में अमूमन सप्ताह में पांच दिनों तक सर्जरी होती है। सुपरस्पेशियलिटी एनेस्थेसिया विभाग के चिकित्सकों के आने की वजह से विभिन्न विभागों में सर्जरी की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। इसके पूर्व पुराने भवन में एनेस्थेसिया विभाग के ही जिम्मे दो से तीन विभागों में सर्जरी होती थी वह भी न के बराबर। क्योंकि सुपरस्पेशियलिटी विभाग में मरीजों की सर्जरी के लिए एनेस्थेसिया के चिकित्सकों को सुपरस्पेशिलिस्ट होना जरूरी है। बिना उनके सर्जरी संभव नहीं है। इन विभागों में सर्जरी कर आंकड़ा पहुंचाया ़1400 :

एनेस्थेशिया के चिकित्सकों ने न्यूरो सर्जरी विभाग में 1000, कार्डियेक ऑपन हार्ट सर्जरी 25, लंग सर्जरी 20, पेडियाट्रिक सर्जरी 125, ओंकोलॉजी 125, यूरोलॉजी 125 व प्लास्टिक सर्जरी 40 कर चुके हैं। नर्स, टेक्निशियन और एनेस्थेशिया टेक्निशियन के बिना चल रहा है विभाग :

संबंधित सुपरस्पेशियलिटी विभाग में नर्स, टेक्निशियन और एनेस्थेशिया टेक्निशियन नहीं है। जबकि मौजूदा मरीज और सर्जरी को देखते हुए 24 लोगों की जरूरत है। इनकी बहाली होने से सेवाएं और बेहतर होंगी और बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी। विभाग में इन चिकित्सकों की हुई है बहाली :

विभागाध्यक्ष डॉ. शिवप्रिये, डॉ. दीपाली सिंह, डॉ. नीतेश सिन्हा, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. वसीमुल होदा, डॉ. भारती, डॉ. सौरभ सुमन, डॉ. रमेश और डॉ. सौरभ कुमार की बहाली विभाग में की गई है। इसमें दो चिकित्सक डॉ. रमेश और डॉ. सौरभ कुमार की सेवा फिलहाल ट्रॉमा सेंटर में ली जा रही है। इसलिए सुपरस्पेशिलिटी एनेस्थिसिया विभाग में इनकी संख्या सात ही है।

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कोट

' मेरे आने के दौरान रिम्स में एनेस्थेटिक विशेषज्ञों की कमी थी। इस वजह सभी विभागों में सर्जरी करने में परेशानी होती थी। इसलिए सुपर एनेस्थेशिया विभाग में चिकित्सकों की बहाली की गई। सर्जरी की संख्या और बढ़ेगी। विभाग में जो स्टाफ की कमियां है, उसे भी भरा जाएगा।'

डॉ. डीके सिंह

निदेशक, रिम्स

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