कुड़मी को अनुसूचित जाति में किया जाए शामिल

वेस्ट बोकारो (रामगढ़): टोटेमिक कुड़मी को अनसूचित जाति की सूची में शामिल करने को ले आ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 17 Jan 2018 09:43 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jan 2018 09:43 PM (IST)
कुड़मी को अनुसूचित जाति में किया जाए शामिल
कुड़मी को अनुसूचित जाति में किया जाए शामिल

वेस्ट बोकारो (रामगढ़): टोटेमिक कुड़मी को अनसूचित जाति की सूची में शामिल करने को ले आगामी 28 जनवरी को रांची के मोरहाबादी मैदान में होने वाले कुरमी महारैली में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करने को ले पंचायत वार कुरमी/कुड़मी समाज की बैठकें जारी है। बुधवार को इसको लेकर सेंट्रल साइड दुर्गा मंडल परिसर में मांडू प्रखंड कुरमी/कुड़मी समाज की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता दुनी के पंकज महतो ने तथा संचालन पुंडी के लालचंद महतो ने की। अपने अध्यक्षीय भाषण में पंकज महतो ने कहा कि यह बहुत ही दुखद बात है कि अलग झारखंड राज्य के आंदोलन में अपनी सशक्त भूमिका निभाने और स्व. विनोद बिहारी महतो व स्व. निर्मल महतो जैसे जुझारु नेताओं के बलिदान के बाद आज राज्य के अलग होने के 17 सालों बाद भी हम कुरमी/कुड़मी समाज के लोगों को वह अधिकार या स्वायतता नहीं मिल सकी जिसकी हमें अपेक्षा थी। वहीं संचालन करने के क्रम में लालचंद महतो ने कहा कि छोटानागपुर एवं संथाल परगना के कुरमी/कुड़मी जनजाति भारत के प्रथम जनगणना 1901 एंव 1911 में एबओरजिल कम्यूनिटी 1921 में एनिमिस्टस तथा 1931 में प्रिमिटिव ट्राइब की सूची में शामिल किया गया था। मगर इसके बावजूद 1950 की अनुसूचित जनजाति की सूची में हमारी जाति को उपेक्षित किया गया। हम बार बार छले गए मगर अब नहीं। हेमलाल महतो, खुशीलाल महतो, किशुन महतो व मोहरा महतो आदि ने कहा कि आगामी 28 जनवरी को एकजुट होकर अपनी चट्टानी एकता का परिचय दें। बैठक में प्रेम महतो, सुखदेव महतो, मुकेश महतो, भीम महतो, रामनरेश महतो, छोटन महतो, दिनेश महतो, रविन्द्र महतो, अरुण महतो, लक्ष्मण महतो, बल¨वद्र महतो सहित दर्जनों कुरमी उपस्थित थे।

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