Lok Sabha Polls 2019: ...तब बाजार में चौकी लगाकर प्रत्याशी सुनाते थे अपनी बात

Lok Sabha Polls 2019. पहले के चुनाव की बात ही अलग थी। पहली बार मतदान का उमंग ही दूसरा था। उत्साह ऐसा कि बूथों पर मतदाताओं की सुबह से ही लंबी लाइन लग जाती थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 25 Mar 2019 05:06 PM (IST) Updated:Mon, 25 Mar 2019 06:40 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019: ...तब बाजार में चौकी लगाकर प्रत्याशी सुनाते थे अपनी बात
Lok Sabha Polls 2019: ...तब बाजार में चौकी लगाकर प्रत्याशी सुनाते थे अपनी बात

श्री बंशीधर नगर, संवाद सूत्र। पुराने समय के चुनाव की बात ही अलग थी। पहली बार मतदान का उमंग ही दूसरा था। उत्साह ऐसा कि बूथों पर मतदाताओं की सुबह से ही लंबी लाइन लग जाती थी। श्री बंशीधर नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या आठ के निवासी किसान राम नरेश महतो (99) ने देश के पहले संसदीय चुनाव से संबंधित संस्मरण सुनाते हुए बताया कि तब उम्मीदवारों में न तो इस तरह की कटुता थी और ना ही ऐसी भाषा का प्रयोग होता था।

उम्मीदवारों में दलीय प्रतिबद्धता अलग-अलग होने के बावजूद राजनैतिक व वैचारिक मर्यादा का सभी राजनेता ध्यान रखते थे। एक मंच पर सभी उम्मीदवार एकत्र होकर अपनी बातें रखते थे। बाजार में एक स्थान पर चौकी लगा दिया जाता था। उसी पर सभी प्रत्याशी आकर अपनी बात सुनाते थे।

मतदान को लेकर कायम है जज्बा

उम्र की शतकीय पारी से मात्र एक कदम दूर बुजुर्ग राम नरेश महतो में मतदान करने को लेकर अभी भी वही जज्बा कायम है। मतदान का महत्व लोगों को बताते हुए आज भी वे लोगों को प्रेरित करने का काम कर रहे हैं। कहते हैं कि सभी लोग मतदान करेंगे तो एक मजबूत लोकतंत्र का निर्माण होगा। क्षेत्र के सबसे बुजुर्ग वोटरों में से एक हैं।

साइकिल व बैलगाड़ी से होता था प्रचार

बुजुर्ग राम नरेश महतो ने बताया कि उस समय चुनाव खर्च मामूली होता था। उम्मीदवार बैलगाड़ी, साइकिल व पैदल ही जन संपर्क करते थे। अपने दल का झंडा लेकर कार्यकर्ता गली गली प्रचार करते चलते थे। उस समय साउंड वगैरह का भी कोई व्यवस्था नहीं था। किसी को अपने काम के लिए भटकना नहीं पड़ता था।

chat bot
आपका साथी