सद्भावना दिवस के रूप में मनी पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती

जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती को सदभावना दिवस के रूप में मनाया। इसे लेकर जिलाध्यक्ष बिटू पाठक के नेतृत्व में कांग्रेसजन स्थानीय जेलहाता स्थित दिव्यांग विद्यालय पहुंचे। यहां बच्चों के बीच फलों का वितरण कर सदभावना का संदेश दिया गया। बाद में आयोजित एक कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष बिटू पाठक ने कहा कि भारत रत्न स्व. राजीव गांधी के नेतृत्व में भारतवर्ष प्रगति की राह में तेजी से चला था। 1

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Aug 2018 11:09 PM (IST) Updated:Mon, 20 Aug 2018 11:09 PM (IST)
सद्भावना दिवस के रूप में मनी पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती
सद्भावना दिवस के रूप में मनी पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती

मेदिनीनगर : जिला कांग्रेस कमेटी ने सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की जयंती को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया। इसे लेकर जिलाध्यक्ष बिटू पाठक के नेतृत्व में कांग्रेसजन स्थानीय जेलहाता स्थित दिव्यांग विद्यालय पहुंचे। यहां बच्चों के बीच फलों का वितरण कर सद्भावना का संदेश दिया गया। बाद में आयोजित एक कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष बिटू पाठक ने कहा कि भारत रत्न स्व. राजीव गांधी के नेतृत्व में भारतवर्ष प्रगति की राह में तेजी से चला था। 18 वर्ष की उम्र में वोट देने का अधिकार देकर राजीवजी ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में युवाओं की सीधी भागेदारी सुनिश्चित की थी। पंचायती राज व्यवस्था को लागू कर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए विकास के मार्ग प्रशस्त किया था। आधुनिक भारत के निर्माण की सोच के तहत उन्होंने देश में कंप्यूटर क्रांति की शुरूआत की थी। मौके पर श्यामनारायण ¨सह, चंद्रशेखर शुक्ला, बसंत ¨सह, इमरान सिद्दीकी,निरंजन यादव, शमीम अहमद राईन, अजय दूबे, एकराम हुसैन माईकल, छोटू ¨सह, राजेश चौरसिया, अभिषेक ¨सह, छोटू पाठक, सागर दास, मोनू खान, कुश कुमार ¨सह, गणेश रवि, कासिम अंसारी, ¨मटू खान, सोनू ¨सह, मणिकांत ¨सह, विद्यालय प्रबंधक सुरेंद्र कुमार सहित काफी संख्या में दिव्यांग बच्चे उपस्थित थे। युग द्रष्टा व कंप्यूटर युग के प्रणेता थे राजीव : हृदयानंद

मेदिनीनगर : वरीय कांग्रेसी नेता हृदयानंद मिश्र ने कहा कि भारत रत्न स्व. राजीव गांधी 21 वीं शताब्दी में भारत के अनुप्रवेश के संकल्प के साथ नवभारत के निर्माण की आधारशिला रखी थी। वे सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कहा कि 18वर्ष के युवाओं को मताधिकार, आपरेशन ब्लैक बोर्ड के तहत नई शिक्षा नीति लागू कर रोजगारपरक शिक्षा देने व मानव संसाधन विभाग कायम कर खुले विश्वविद्यालय की स्थापना करने में उनकी महती भूमिका थी। उन्होंने गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे लोगों को जवाहर रोजगार योजना से जोड़ने, नई पंचायती राज व्यवस्था लागू करने, अनुसूचित जाति व जनजाति को राष्ट्रीय कल्याण की भावना से जोड़ने, नवोदय विद्यालयों की स्थापना, पंजाब में शांति स्थापना के तहत लोंगोवाल समझौता व भारत को कंप्यूटर युग में प्रवेश करा कर एक क्रांति की शुरूआत की थी।

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