सोन नदी का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी; हजारों एकड़ कृषि भूमि नदी में समाई

बारिश से सोन नदी का जलस्तर तेजी बढ़ रहा है। नदी के तटवर्ती क्षेत्र के लोगों में बाढ़ का खतरा सताने लगा है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 07:07 PM (IST) Updated:Fri, 07 Sep 2018 07:07 PM (IST)
सोन नदी का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी; हजारों एकड़ कृषि भूमि नदी में समाई
सोन नदी का जलस्तर बढ़ा, अलर्ट जारी; हजारों एकड़ कृषि भूमि नदी में समाई

जागरण संवाददाता, हुसैनाबाद (पलामू)। उत्तर प्रदेश व झारखंड के ऊपरी क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश से सोन नदी का जलस्तर तेजी बढ़ रहा है। नदी के तटवर्ती क्षेत्र के लोगों में बाढ़ का खतरा सताने लगा है। सोन नदी के बीचोबीच डिला पर बसेरा डालने वाले लोग अब बाढ़ की आशंका से जगह छोड़ने लगे हैं। तटवर्ती इलाके में भूमि का कटाव शुरू पलामू जिला अंतर्गत हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के कादल कुर्मी से शुरू होकर दंगवार गांव तक 30 किलोमीटर क्षेत्र में 15 किलोमीटर में कोयल व 15 किलोमीटर क्षेत्र में सोन नदी है।

सोन तटवर्ती इलाके के किसान इस बात को लेकर चिंतित हैं कि लगातार उनकी कृषि योग्य भूमि का कटाव हो रहा है। आने वाले दिनों में तटबंध की व्यवस्था नहीं की गई तो उनके पास कुछ भी नहीं बचेगा। अब तक इन क्षेत्रों की हजारों एकड़ भूमि नदी में समाहित हो चुकी है। कोयल नदी से प्रभावित इलाकों में मोहम्मदगंज, भजनिया, सहार बिहरा, बडीहा, पंसा व रानी देवा हैं। नदी के कटाव क्षेत्र में कबरा कला, कबरा खुर्द, परता, सजवन, सोनपुरवा, देवरी, घोडबंधा, बुधुआ, शिवा बिगहा, डुमरहथा व दंगवार गांव हैं।

किसानों को अलर्ट किया, बचाव का निर्देश दिया

हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए दंगवार से लेकर मोहम्मदगंज तक के तटवर्ती क्षेत्र के किसानों को अलर्ट किया जा चुका है। देवरी, दंगवार सहित कई गांवों का भ्रमण का ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव के लिए निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि देवरी स्थित सोन नदी के बीचो बीच डीला पर बसे लोगों को नाव से सोन नदी के किनारे लाने की व्यवस्था की गई है। सभी को लाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। नदी में लबालब पानी भर गया है। नाव से नदी पार करने वाले लोगों को भी आगाह किया जा रहा है।

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