चैनपुर में हर्षोल्लास से मना सरहुल

चैनपुर, पलामू : प्रकृति पर्व सरहुल सोमवार को पूरे प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास मनाया गया। इस अवसर प

By Edited By: Publish:Mon, 23 Mar 2015 11:09 PM (IST) Updated:Mon, 23 Mar 2015 11:09 PM (IST)
चैनपुर में हर्षोल्लास से मना सरहुल

चैनपुर, पलामू : प्रकृति पर्व सरहुल सोमवार को पूरे प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास मनाया गया। इस अवसर पर सरना स्थलों पर सखुआ डाली गाड़कर पूजा-अर्चना की गई। साथ ही आदिवासी युवक-युवतियों ने मांदर व नगाड़े की थाप पर पारंपरिक गीत-नृत्य की प्रस्तुति की। जयचाला जय धर्मेश की गूंज गूंजती रही। अद्दि कुड़ुख सरना समाज के नेतृत्व में शाहपुर स्थित सरना स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि कार्यपालक दंडाधिकारी देवराम भगत ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

मौके पर मुख्य अतिथि समेत विशिष्ट अतिथि नेहरू युवा केंद्र के रामदेव प्रसाद, सहायक अभियंता बिरसा उरांव, जिला पाहन बिंधेश्वरी उरांव, डा. पीआर मार्डी, राजकुमार उजाला, किशोरीलाल लाठ, अश्रि्वनी कुमार, प्रभु राम आदि को पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सरना समाज के अध्यक्ष सियोन बाला व संचालन श्यामलाल उरांव ने किया।

मौके पर प्रबल उरांव, गुलाबचंद उरांव, धीरेन भगत, सतीश उरांव, फगुनी उरंाव, अनिता, सुषमा, कमला, प्रभा समेत काफी संख्या में सरना धर्मावलंबी मौजूद थे। कार्यक्रम के बाद शोभा यात्रा निकाली गई। शोभा शाहपुर होते मेदिनीनगर जिला स्कूल मैदान में पहुंची। इधर शाहपुर शिवदुर्गा मंदिर के समीप मुख्य पथ पर शाहपुर पंसस कुमारी देवी की ओर से स्टाल लगाकर शोभायात्रा में शामिल लोगों को शर्बत पिलाया गया।

बाक्स..

रिम-रिम रा बिड़ा लागी..

गूंजती रही मांदर की थाप

चैनपुर, पलामू : शाहपुर, बिरसानगर स्थित सरना स्थल पर सोमवार को सरहुल पर्व को ले सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रिम-रिम रा बिडा लागी नौर पूप नेदेगा लागी रे, भगजुगनी लेखा लवकराती बरा लागी। अर्थात सूरज की किरणों धीरे-धीरे निकल रही है। सखुआ का खिला फूल जुगनू के समान चमक रहा है। इसे पाहन की पत्‍‌नी चूमेगी जैसे मधुर गीत-संगीत पर आदिवासी युवक-युवतियां थिरकते रहें। पारंपरिक परिधानों में सजी बालाओं ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति की। मौके पर सखुआ डाली की सामूहिक प्रार्थना की गई।

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