मानव निर्माण की पाठशाला है संघ : शिवमूर्ति

संवाद सूत्र चंदवा (लातेहार) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा शरद पूर्णिमा पर स्थानीय

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 05:44 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 05:44 PM (IST)
मानव निर्माण की पाठशाला है संघ : शिवमूर्ति
मानव निर्माण की पाठशाला है संघ : शिवमूर्ति

संवाद सूत्र, चंदवा (लातेहार) : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा शरद पूर्णिमा पर स्थानीय खेल स्टेडियम परिसर में संघ की शाखा लगी। शरद पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद संघ के प्रचारक शिवमूर्ति ने बौद्धिक देते हुए कहा कि संघ की शाखा संपूर्ण मनुष्य के निर्माण की पाठशाला है, जहां आचरण और संस्कार सिखाए जाते हैं। युवाओं से स्वामी विवेकानंद के बताए गए मार्ग पर चलकर विजय पताका फहराने की बात कही। चरित्र निर्माण के लिए गलत आचरणों का त्याग आवश्यक है। मनुष्य अपने जीवन में घमंड का परित्याग कर सकारात्मक सोच के साथ जीवन यापन करे। पलामू विभाग कुटूंब प्रबोधन प्रमुख राजेश चंद्र पांडेय ने शरद पूर्णिमा उत्सव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस रात्रि को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होकर अमृत तुल्य किरणों की वर्षा करता है। चंद्रमा की अपनी कोई रोशनी नहीं होने के बावजूद सूर्य के तेज का आठ प्रतिशत अंश जो अमृतमयी होता है को प्राणी मात्र के हित में धरती पर परावर्तित करता है। शरद पूर्णिमा अथवा कौमार पूर्णिमा अथवा जागृति पूर्णिमा भारतीय संस्कृति में ऋतुचर्या और दिनचर्या का विशेष महत्व रखता है। इस तिथि को अमृतदायी खीर का प्रसाद ग्रहण करने का विधान है। माना जाता है कि यह शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है। शरद ऋतु के शुभारंभ के साथ ओस और पूर्ण चंद्रमा की शीतलता के बीच प्रसादरूपी खीर का वितरण उपस्थित लोगों के बीच किया गया। मौके पर प्रेमशंकर भगत, नरेश प्रशाद, रमेश प्रशाद, राजकुमार पाठक, प्रभाकर मिश्र, नरेंद्र अग्रवाल, गोपाल जायसवाल गुड्डा, मोहिनिश कुमार बिक्की, संजय कुमार, राहुल कुमार, नवनीत कुमार, कृष्णा पांडेय, आदर्श रवि राज, अंकित कुमार, सागर कुमार, पवन कुमार, जागृति साहू, रंजन कुमार, अनूप साहनी, चंद्रभूषण केशरी मंटू, सुमित कुमार, कन्हैया कुमार के अलावा मातृ शक्ति व बाल तरुण स्वयं सेवक मौजूद थे।

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