Jharkhand News: स्वास्थ्य व्यवस्था लचर... चलती ट्रेन में महिला का प्रसव, जच्चा-बच्चा की मौत

रांची जिले के खलारी स्थित अनवर अंसारी के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करने वाले दपंती विनोद मांझी व उसकी पत्नी रंजू देवी अपने चार बच्चों के साथ बरकाकाना से पटना जा रही पलामू एक्सप्रेस यात्री ट्रेन में सवार होकर अपने घर गया जिले के कुरकीहार जा रहे थे। इस बीच प्रसव पीड़ा होने लगी जिसके बाद ट्रेन में प्रसव कराया गया।

By Utkarsh Pandey Edited By: Publish:Thu, 08 Feb 2024 04:52 PM (IST) Updated:Thu, 08 Feb 2024 04:52 PM (IST)
Jharkhand News: स्वास्थ्य व्यवस्था लचर... चलती ट्रेन में महिला का प्रसव, जच्चा-बच्चा की मौत
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

HighLights

  • चलती पलामू एक्सप्रेस ट्रेन में महिलाओं की मदद से कराया गया प्रसव, आधे घंटे तक रूकी रही ट्रेन
  • रेलवे की ओर से मिली सूचना के बाद सक्रिय हुआ था स्वास्थ्य विभाग, लेकिन तब तक हो चुकी थी देर

जागरण संवाददाता, लातेहार। झारखंड में स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिए खूब प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन ग्राउंड स्तर पर लापरवाही के कारण सरकारी प्रयास सफल नहीं हो रहा है और कई लोगों की जान चली जा रही है। इसकी बानगी एक बार फिर बीती रात लातेहार स्टेशन में देखने को मिली।

दरअसल, रांची जिले के खलारी स्थित अनवर अंसारी के एक ईंट भट्ठे में मजदूरी का काम करने वाले दपंती विनोद मांझी व उसकी पत्नी रंजू देवी अपने चार बच्चों के साथ बरकाकाना से पटना जा रही पलामू एक्सप्रेस यात्री ट्रेन में सवार होकर अपने घर गया जिले के कुरकीहार जा रहे थे।

कुछ महिलाओं की मदद से महिला का प्रसव

इसी बीच, लातेहार रेलवे स्टेशन पहुंचने से पूर्व महिला ट्रेन के बाथरूम में गई और वहीं उसे प्रसव पीड़ा होने लगी कराहने की आवाज सुनने के बाद लोगों ने इसकी सूचना लातेहार के आन डयूटी स्टेशन मास्टर बलवंत नारायण सिंह को दी। साथ ही कुछ महिलाओं की मदद से महिला का प्रसव कराया गया।

प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों बेहोश हो गए। तभी ट्रेन लातेहार रेलवे स्टेशन पर आकर रूकी। तत्काल स्टेशन मास्टर ने मामले की नजाकत को समझकर ट्रेन को रूकवा दिया और मामले की जानकारी लातेहार स्वास्थ्य विभाग को दी और तत्काल एंबुलेंस और चिकित्सीय टीम भेजने का आग्रह किया।

स्टेशन मास्टर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को मामले की सूचना देने के आधे घंटे के बाद एंबुलेंस लेकर टीम मौके पर पहुंची और जच्चा-बच्चा को लेकर सदर अस्पताल चली गई।

मौके पर जुटे रेल यात्री पवन कुमार, आशीष कुमार, नीरज कुमार समेत लोगों ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों बेहोश थे लेकिन सांसें चल रही थीं, सबने दोनों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

अस्पताल में आने के पूर्व ही कही जा रही मौत की बात

इधर सदर अस्पताल आने के बाद जच्चा-बच्चा की मौत के बात कही गई। अस्पताल की ओर से जारी पत्र में लिखा हुआ कि मृतक के स्वजनों ने बताया कि चलती रेलगाड़ी में प्रसव होने के बाद एंबुलेंस और चिकित्सीय मदद के लिए देर से सूचना दी गई जिसके कारण अस्पताल आने में विलंब हुआ।

मामले की जानकारी मिलते ही तत्काल चिकित्सीय मदद के लिए विभागीय कर्मी सक्रिय हो गए थे। माैके पर तत्काल एंबुलेंस भी भेजी गई थी। विभाग की ओर से स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है।- अवधेश सिंह, सिविल सर्जन लातेहार।

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