दीपावली व छठ में घर लौटना मुश्किल

दुर्गापूजा, दीपावली एवं छठ पर्व को उल्लास से मनाने के लिए परदेशियों के दिलों में अरमान बनकर ही रह जा रही है। दुर्गापूजा से लेकर छठ तक कोडरमा आने वाली लंबी दूरी की सभी ट्रेनें हाउसफुल हो चुकी है। लंबी वे¨टग के बावजूद रेलवे ने अभी तक पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 09:33 PM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 09:33 PM (IST)
दीपावली व छठ में घर लौटना मुश्किल
दीपावली व छठ में घर लौटना मुश्किल

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): दुर्गापूजा से लेकर छठ तक कोडरमा आने वाली लंबी दूरी की सभी ट्रेनें हाउसफुल हो चुकी है। लंबी वे¨टग के बावजूद रेलवे ने अभी तक पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा नहीं की है। मुंबई, दिल्ली, गुजरात, पंजाब, राजस्थान में कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग के हजारों लोग रहकर कामकाज करे हैं, जबकि कई छात्र-छात्राएं दूसरे शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। दुर्गा पूजा, दीपावली व छठ पर्व में उत्तरी छोटानागपुर के अलावा कई जिलों के लोग कोडरमा उतरकर अपने-अपने घर आना चाहते हैं, लेकिन ट्रेनों में लंबी वे¨टग उनकी योजना पर पानी फेर रही है। बाहर रहने वाले लोग बेसब्री से पूजा स्पेशल ट्रेन की घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। अगले माह 10 अक्टूबर से नवरात्रा शुरू हो रहा है। वहीं दीपावली 7 नवंबर एवं छठ पर्व 11 नवंबर से है। बताते चलें कि रेलवे ने गत वर्ष अगस्त माह में ही पूजा स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की थी। इस साल सितंबर माह 10 दिन बीतने को है, लेकिन रेलवे मुख्यालय ने स्पेशल ट्रेन एवं अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय नहीं लिया है। स्पेशल ट्रेन का परिचालन नहीं होता है तो यात्रियों के लिए तत्काल कोटा ही एकमात्र विकल्प बचेगा। नई दिल्ली-हावड़ा ग्रैंडकॉर्ड सेक्शन पर मुगलसराय, गया, कोडरमा, गोमो, धनबाद, आसनसोल के रास्ते होकर चलने वाली कालकाला-हावड़ा मेल, मुंबई-हावड़ा मेल, अजमेर-सियालदह एक्स., जम्मूतवी-कोलकाता एक्स., जोधपुर-हावड़ा एक्स., शिप्रा एक्स., नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्स. के अलावा राजधानी एक्सप्रेसों में दुर्गा पूजा, दीपावली व छठ जैसे पर्वो में कई ट्रेनों के किसी भी श्रेणी में जगह खाली नहीं है। वहीं कई ट्रेनों में 100 से ऊपर लंबी वे¨टग लिस्ट चल रही है, जबकि कई ट्रेनों में अभी से ही नोरूम दिखाया जा रहा है। आने वाले दिनों में धनबाद, पटना, रांची से खुलने वाली कई ट्रेनों में भी टिकट के लिए मारामारी बढ़ेगी।

chat bot
आपका साथी