कम हुई पाबंदी तो खिले छोटे कारोबारियों के चेहरे

संवाद सहयोगी झुमरीतिलैया (कोडरमा) मिनी लॉकडाउन के दसवें सप्ताह में प्रतिष्ठानों को खोल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 07:20 PM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 07:20 PM (IST)
कम हुई पाबंदी तो खिले छोटे कारोबारियों के चेहरे
कम हुई पाबंदी तो खिले छोटे कारोबारियों के चेहरे

संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा): मिनी लॉकडाउन के दसवें सप्ताह में प्रतिष्ठानों को खोलने की समय सीमा गुरुवार से रात्रि 8:00 बजे तक बढ़ा दी गई है। इससे बड़े व्यवसायियों से लेकर हाट-बाजार व ठेला-खोमचा लगाने वालों के चेहरे भी खिल उठे हैं। गुरुवार से फिर से एक बार शाम गुलजार हो उठा। गली-मोहल्ले के साथ-साथ फूटपाथ पर भी लोग गुपचुप, चाट, सिघाड़ा, कचौड़ी, जलेबी की दुकानों में लुत्फ उठाते नजर आए। महिलाएं-युवतियां भी देर शाम तक खरीदारी करती दिखीं। छोटे कारोबारियों के चेहरे पर खुशी भी लौट आई है। कारोबारियों ने कहा कि सोमवार से पूरी तरह से व्यवसाय और गति पकड़ेगा। शहर के स्टेशन रोड, डॉक्टर गली, जैन गली सहित रांची-पटना रोड की दुकानों में लोग सामानों की खरीदारी करते नजर आए। वहीं जिम, पार्क, सिनेमा हॉल को भी खुलने की छूट दी गई है, लेकिन यह आज पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाए। ::::::सिनेमा हॉल खुलना होगा मुश्किल::::: वहीं जिले के एकमात्र सिनेमा हॉल पूर्णिमा टॉकीज के मालिक गौतम भदानी ने बताया कि वर्तमान में सिनेमा हॉल नहीं खुलेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड में कोई फिल्म का डिस्ट्रीब्यूटर नहीं है। बिहार के डिस्ट्रीब्यूटर के जरिए हम लोग फिल्म संचालित करते हैं और मुंबई में भी फिल्म उद्योग बंद है। ऐसे में सिनेमा हॉल खोलने में लाखों रुपए साफ-सफाई, वाईफाई एवं अन्य व्यवस्था को व्यवस्थित करने में खर्च है। ऐसे में वर्तमान समय में सिनेमा हॉल नहीं खोलने का फैसला लिया है। :::: शिक्षण संस्थान संचालकों में मायूसी:::: हेमंत सरकार के द्वारा सभी चीजों में छूट देने के फैसले पर शिक्षण संस्थान संचालकों में मायूसी है। लोगों ने कहा कि स्कूल खोलने की अनुमति नहीं दिए जाने से उनके व्यवसाय के साथ-साथ बच्चों की शिक्षा पर ग्रहण लगेगा। सरकार को इस पर भी त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रबंधकों के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए खोलने की अनुमति देनी चाहिए। वहीं रेस्टोरेंट संचालकों ने बताया की 5 जुलाई से ही रेस्टोरेंट पूरी तरह से ग्राहकों के लिए खुल पाएंगे। एक-दो दिन तो साफ सफाई और किचन के साथ-साथ रसोइयों को व्यवस्थित करने में लग जाएगा। :::::: 25 यात्रियों को ले बसों ने पकड़ी रफ्तार, 50 रुपये बढ़ा किराया ::::::::::

झारखंड में कोरोना पर काबू पाने के लिए राज्य के अंदर बस सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई थी गुरुवार से सड़कों पर बसों ने रफ्तार तो पकड़ी लेकिन यात्रियों को 50 रुपये किराया ज्यादा देना पड़ रहा है। बस मालिकों ने बताया कि 25 यात्रियों को लेकर ही बस चलाना है, ऐसे में यात्रियों की संख्या कम होने से और डीजल की रेट में बढ़ोतरी होने से किराया बढ़ाया गया है। कोडरमा जिला बस एसो. कोडरमा अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव उर्फ बंशी यादव ने कहा कि परिवहन सेवा की अनुमति मिलने के साथ ही पहले दिन रांची के लिए दो और गिरिडीह के लिए तीन बसें खुलीं। कुल 55 यात्री ही दोनों बसों में सवार हुए, जबकि गिरिडीह के लिए 3:00 बजे खुली शेष 9 जिलों के लिए चतरा, बरकट्ठा, हजारीबाग के लिए एक-दो दिनों में बसें सड़कों पर उतरेगी। जनरल और एसी बसों का किराया की बढ़ोतरी की गई है। रांची का किराया पहले 300 रुपये था जिसे बढ़ाकर 350 रुपये कर दिया गया है वहीं रामगढ़ का 250 की जगह 300 रुपये, हजारीबाग का 100 की जगह 150 रुपये तथा चतरा और बरकट्ठा के लिए 50 की बजाए 100 रुपये कर दिया गया है।

:::::::::::: ट्रांसपोर्टरों ने भी 10 प्रतिशत किराया बढ़ाया ::::::::::::

पहली जुलाई से ट्रांसपोर्टरों ने भी 10 प्रतिशत तक का किराया में बढ़ोतरी कर दिया है। जिले में 16 गुड्स ट्रांसपोर्टर देश के विभिन्न राज्यों से कपड़ा किराना का सामान, हार्डवेयर, इलेक्ट्रॉनिक सामान मंगाते हैं। झुमरी तिलैया गुड्स ट्रांसपोर्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष उमा सिंह व वरिय पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि डीजल के मूल्य में बेताहशा वृद्धि के बाद यह निर्णय लिया गया है।

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