..और फिसल गई मुख्यमंत्री की जुबान

खूंटी कहा जाता है मन में दबी बातें जुबां पर आ ही जाती है लेकिन यह बात यदि राज्य के मुख्यमंत्री की जुबां से निकले तो कुछ तो लोग कहेंगे। चर्चा उठना भी लाजिमी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 18 Sep 2019 09:11 PM (IST) Updated:Wed, 18 Sep 2019 09:11 PM (IST)
..और फिसल गई मुख्यमंत्री की जुबान
..और फिसल गई मुख्यमंत्री की जुबान

जागरण संवाददाता, खूंटी : 'सेवा से समृद्धि की ओर' कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास की जुबान फिसल गई और उनके मुख से प्लास्टिक मुक्त राज्य के स्थान पर आदिवासी मुक्त राज्य निकल गया। इस बात को लेकर लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली बार जब प्रधानमंत्री झारखंड आए थे तब उन्होंने कहा था कि झारखंड देश का पहला राज्य बनेगा जो आदिवासी मुक्त राज्य होगा। हालांकि बाद में उन्होंने झट से कहा कि हम संकल्प लें कि हम सभी प्लास्टिक मुक्त राज्य बनाने में मदद करेंगे, क्योंकि प्लास्टिक को गलने और सड़ने में चार-सौ पांच सौ साल लगते हैं और गौ माता यदि प्लास्टिक खाती है तो समझ लें कि क्या स्थिति बनेगी। इसलिए प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लें। सीएम की जुबान कैसे फिसल जाती है जनता को बताएं : मिश्रा

झाविमो जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने कहा कि एक सम्मानित पद पर विराजमान मुख्यमंत्री रघुवर दास की जुबान कैसे फिसल जाती है, इसे जनता को बताना चाहिए। इस तरह की बात किसी की भी जुबान पर तभी आएगी जब संबंधित व्यक्ति संबंधित बातों की सोच रखता होगा। यह बहुत ही निदनीय बात है।

chat bot
आपका साथी