बिरसा जयंती पर उलिहातु में मनेगा जश्न

धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 145वीं जयंती रविवार को मनाई जाएगी। इसकीतैयारी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Nov 2020 08:11 PM (IST) Updated:Fri, 13 Nov 2020 08:11 PM (IST)
बिरसा जयंती पर उलिहातु में मनेगा जश्न
बिरसा जयंती पर उलिहातु में मनेगा जश्न

जागरण संवाददाता, खूंटी : धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 145वीं जयंती रविवार को मनाई जाएगी। इसके लिए बिरसा मुंडा की जन्मस्थली अड़की प्रखंड अंतर्गत उलिहातु गांव में शुक्रवार से ही तैयारी शुरू कर दी गई। कोविड-19 के कारण इस वर्ष प्रशासनिक स्तर पर कोई आयोजन नहीं किया जा रहा है। हालांकि कल्याण विभाग के अधिकारी यहां पहुंचकर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे।

दूसरी ओर उलिहातु गांव के ग्रामीण अपने पूर्वज धरती आबा की जयंती को परंपरागत तरीके से मनाने की तैयारी में जुटे हैं। जयंती समारोह को ले गांव में तीन दिवसीय हॉकी टूर्नामेंट चल रहा है, जिसमें आसपास गांवों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। शुक्रवार को बिरसा की जन्मस्थली बिरसा ओड़ा की साफ-सफाई व धुलाई शुरू कर दी गई। साथ ही उसके सामने स्थित अखड़ा में नाच-गान के आयोजन को लेकर तैयारियां कर ली गई हैं। रविवार की सुबह बिरसा ओड़ा में स्थापित बिरसा मुंडा की प्रतिमा की ग्रामीण आदिवासी रीति-रिवाज से पूजा-अर्चना करेंगे। सबसे पहले भगवान बिरसा मुंडा के वंशज पूजन करेंगे, इसके बाद अन्य ग्रामीण बारी-बारी से पूजन कर बिरसा मुंडा की प्रतिमा को नमन करेंगे। प्रारंभ में कांसे के लोटे में जल भरकर आम के पत्तों से प्रतिमा पर शुद्ध जल का छिड़काव कर प्रतिमा का शुद्धीकरण किया जाएगा। पूजन-अर्चन के बाद शाम को गांव के अखड़ा में नाच-गान का आयोजन होगा। इस आयोजन में आसपास के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

दूसरी ओर खूंटी कचहरी परिसर स्थित बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा पर जिला प्रशासन एवं राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोग माल्यार्पण कर भगवान बिरसा मुंडा को नमन करेंगे। कचहरी परिसर में बिरसाइत धर्म मानने वाले आदिवासी महिला-पुरुष भी परंपरागत रूप से पूजन-अर्चन कर अपने पूर्वज धरती आबा को नमन करेंगे।

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