घर में दो ही कमरे, कैसे रहें अलग

होम आइसोलेशन 14 दिन जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सकीय सुझाव की लोग अनदेखी कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Apr 2020 10:00 PM (IST) Updated:Wed, 01 Apr 2020 10:00 PM (IST)
घर में दो ही कमरे, कैसे रहें अलग
घर में दो ही कमरे, कैसे रहें अलग

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) :  होम आइसोलेशन 14 दिन जैसे महत्वपूर्ण चिकित्सकीय सुझाव की लोग अनदेखी कर रहे हैं। लोग स्वास्थ्य विभाग व सरकार के इस सुझाव को साधारण बात मान कर न तो घर में अकेले रहते हैं और न परिजनों व अन्य लोगों से शरीरिक दूरी बना रहे हैं। बाहर से आए ऐसे व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन में कोई सुविधा भी नहीं मिल रही है।

कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकारी स्तर से अन्य प्रदेशों से व दूसरे स्थानों से घर पहुंचने वाले लोगों को स्थानीय लोगों के संपर्क से दूर रखने के लिए स्वास्थ्य जांच कर उन्हें घर में ही एकांत में रहने की हिदायत यहां स्वास्थ्य विभाग ने दी है। कई लोग इसका अनुपालन कर रहे हैं लेकिन कई लोग जिन्हें रहने के लिए एक से दो कमरे का मकान ही है, वे चाह कर भी इसका अनुपालन नहीं कर पा रहे। उनके लिए अहम समस्या है कि दो कमरे के मकान में एक कमरे को को प्रभावित को दे दिया जाए तो अन्य परिजन कहां सिर छुपाएंगे। ऐसी समस्या से नारायणपुर क्षेत्र में होम क्वारंटाइन से जुड़े कई लोग जूझ रहे हैं।

पूरे जिले में 29 मार्च तक जितने लोग बाहरी जिले व अन्य प्रदेशों से  लौटे और जिनमें हल्की सर्दी-खांसी, बुखार या गले में खरास के आदि के लक्षण मिले थे, उन्हें स्वास्थ्य जांच कर होम क्वारंटाइन में रहने की  सलाह दी गई थी। अब 29 मार्च के बाद जितने लोग अन्य प्रदेशों से अपने घर को लौट रहे हैं उन्हें अब प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए रखा जा रहा है। अब किसी भी सूरत में स्थानीय प्रशासन किसी भी व्यक्ति को घर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है। ताकि संभावित कोरोना वायरस का संक्रमण न फैले।

केस स्टडी वन : झिलुवा पंचायत के बरियारपुर गांव के मेधू पंडित के पुत्र मुकेश पंडित उड़ीसा के भुवनेश्वर से कुछेक दिन पूर्व घर पहुंचे थे। ग्रामीणों के कहने पर इन्होंने अपनी स्वास्थ्य जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर में करायी। यहां स्वास्थ्य जांच के बाद इन्हें होम आइसोलेशन में 14 दिन घर में रहने की सलाह दी गई लेकिन वह उसका अनुपालन घर के अभाव में नहीं कर पा रहा है। वह परिजनों के साथ् ही रहता है। परिजनों की संख्या की तुलना में उनके पास घर की कमी है।

केस स्टडी टू : झिलुवा पंचायत के बरियारपुर गांव के मेघु पंडित के दूसरे पुत्र विक्की पंडित जो देवघर से काम कर कुछ दिन पूर्व लौटा था। उन्हें हल्की-फुल्की सर्दी-खांसी थी। इन्हें भी जांच कर होम आइसोलेशन की सलाह दी गई थी। बुधवार को यह भी व्यक्ति होम आइसोलेशन में नहीं पाए गए। वह न तो परिवार व अन्य जनों से शरीरिक दूरी बना रहा है और न घर में एकांत रहने की सुविधा है।

दैनिक जागरण का प्रतिनिधि जब बुधवार को उनके घर पहुंचा तो वह घर पर भी नहीं था। परिजनों ने बताया कि इन्हें सर्दी-खांसी थी। अब सेहत ठीक है। अब इन्हें किसी प्रकार की कठिनाई नहीं है। अभी घर से निकला है। घर में एकांत रहने की सुविधा नहीं है।

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