फाइलेरिया उन्मूलन दवा से एक भी व्यक्ति न रहे वंचित

जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया उन्मूलन को लेकर राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पहल आरंभ की जा रही है। विभागीय पहल में चिकित्सक स्वास्थ्य कर्मी एवं सर्वेक्षण कर्ता को प्रशिक्षण देना प्राथमिकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 07:49 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 07:49 PM (IST)
फाइलेरिया उन्मूलन दवा से एक भी व्यक्ति न रहे वंचित
फाइलेरिया उन्मूलन दवा से एक भी व्यक्ति न रहे वंचित

संवाद सहयोगी जामताड़ा : जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया उन्मूलन को लेकर राष्ट्रीय वैक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पहल आरंभ की जा रही है। विभागीय पहल में चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी एवं सर्वेक्षण कर्ता को प्रशिक्षण देना प्राथमिकता है। ताकि अभियान के निर्धारित अवधि में फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण कर नए रोगियों की खोज कर उसका उपचार किया जा सके। किसी कार्यक्रम के तहत सिविल सर्जन सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुई। प्रशिक्षक डब्लूएचओ के अभिषेक पाल, राज्य प्रशिक्षण सलाहकार विनय कुमार,

जिला को-ऑर्डिनेटर पीसीआई योगेश कुमार यादव ने विभिन्न प्रखंडों के चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, सर्वेक्षण टीम के कार्यकर्ता को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षक ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी के बचाव को लेकर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आगामी 17 से 22 मई तक एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत लोगों को दवा दी जाएगी। जिसमें दो से पांच साल तक के बच्चों को एक डीईसी गोली व एक एलबेंडाजोल टैबलेट दिया जाएगा। वहीं छह से 14 साल तक के बच्चों को दो डीईसी गोली व एक एल्बेंडाजोल टैबलेट दिया जाएगा। इसी प्रकार 15 साल से उपर के सभी लोगों को तीन डीईसी गोली व एक एल्बेंडाजोल गोली दिया जाएगा। कहा कि अभियान के दौरान एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। बताया गया कि फाइलेरिया बीमारी से प्रभावित अंग में सूजन आ जाता है। जिससे व्यक्ति को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मौके पर जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ सीके शाही, डॉ नदियानंद मंडल, डॉ अरविद प्रसाद, बीपीएम बिजेन्द्र कुमार, पप्पू सहित अन्य मौजूद थे।

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