परिहारपुर में भू-धंसान, टूटा गांव का संपर्क

संवाद सहयोगी नाला(जामताड़ा) नाला प्रखंड के कास्ता पंचायत के परिहारपुर गांव के समीप गुरुवा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Sep 2020 05:21 PM (IST) Updated:Fri, 11 Sep 2020 05:21 PM (IST)
परिहारपुर में भू-धंसान, टूटा गांव का संपर्क
परिहारपुर में भू-धंसान, टूटा गांव का संपर्क

संवाद सहयोगी, नाला(जामताड़ा): नाला प्रखंड के कास्ता पंचायत के परिहारपुर गांव के समीप गुरुवार रात बंद पड़ी ईसीएल की खदान क्षेत्र में भू-धंसान की घटना से चौबीस घंटे से परिहारपुर गांव का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है। कोयला का अवैध उत्खनन करने वाले धंधेबाजों की करतूत की वजह से यह घटना हुई है। अब ग्रामीण कोलियरी क्षेत्र में ही जंगल-झाड़ीनुमा क्षेत्र में खुद पसीना बहाकर नई वैकल्पिक रास्ता बनाने में जुटे हैं। ताकि वे अपनी बाइक लेकर गांव से बाहर सुरक्षित काम पर निकल सकें। ग्रामीणों को सरकारी मदद नहीं मिलने के बाद खुद जेसीबी मशीन का जुगाड़ कर श्रम दान कर रहे हैं, ताकि दूसरा सुरक्षित कच्चा रास्ता बनाया जा सके। उस इलाके में पक्की सड़क भी थी पर वर्षों पूर्व वह कोयला के धंधेबाजों की करतूत की वजह से जमींदोज हो चुकी है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन व जनप्रतिनिधि की ओर से पहल नहीं होने पर वे खुद वे श्रमदान करने को विवश हुए हैं।

बता दें कि अजय नदी के सीमावर्ती क्षेत्र में यह गांव सुनसान तथा जंगलों से घिरा हुआ है। ग्रामीणों को भू- धंसान होने के बारे में पूछे जाने पर कुछ बताने को तैयार नहीं है। जबकि जानकार सूत्रों का कहना है कि यह क्षेत्र ईसीएल का है। कोलियरी का बंद होने के बाद अवैध रूप से यहां उत्खनन जारी रहा। उसी में पहले सड़क का अस्तित्व भी समाप्त हो गया। उसके बाद ग्रामीण कच्चा रास्ता के रोसे से आवागमन करते थे। उसमें भी भू-धंसान होने पर लोगों को आवाजाही पूर्ण रूप से ठप हो चुकी है। बुधवार रात को धंसान की घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची थी पर वह ग्रामीणों का कुछ सहयोग नहीं कर पाई। गांव के उज्ज्वल बाउरी, नित्य मंडल, मनोज बाउरी, गोबिद माजी, दीनु माजि आदि ने कहा कि वे रास्ता खुद बना रहे हैं। मांग की कि प्रशासन शीघ्र पक्का रास्ता की व्यवस्था कराएं। जबकि उपायुक्त फैज अक अहमद मुमताज को दूरभाष में बताया कि समस्या के समाधान को लेकर सकारात्मक पहल की जाएगी।

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