नाटक के जरिए दी अ¨हसा व परमो धर्म की सीख दी

¨बदापाथर (जामताड़ा) : ¨बदापाथर थाना क्षेत्र के सालकुंडा गांव स्थित जैन मंदिर में आयोजित आठ दि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Sep 2018 05:42 PM (IST) Updated:Wed, 12 Sep 2018 05:42 PM (IST)
नाटक के जरिए दी अ¨हसा व परमो धर्म की सीख दी
नाटक के जरिए दी अ¨हसा व परमो धर्म की सीख दी

¨बदापाथर (जामताड़ा) : ¨बदापाथर थाना क्षेत्र के सालकुंडा गांव स्थित जैन मंदिर में आयोजित आठ दिवसीय पर्यूषन पर्व के सातवें दिन जैन मंदिर में विराजमान भगवान शंखेश्वर पारसनाथ एवं युगा दिदेव आदिनाथ भगवान की विधि विधान के साथ स्नान पूजा व आरती की गई। बालिका मंडली ने नेम निष्ठा के साथ उपवास रखकर भगवान की आरती की।

मंदिर के पुजारी तपन माजि ने बताया कि सालकुंडा गांव में श्वेतांबर जैन मंदिर की स्थापना वर्ष 1956 में हुई थी। गांव के अनिल सराक ने सराक समाज के सहयोग से मंदिर की नींव रखी थी। स्थापना के बाद से ही पर्यूषन महापर्व का शुभारंभ किया गया था। तब से नियमित अनुष्ठान जारी है। पर्यूषन पर्व को लेकर समाज के लोगों के बीच उत्सवी माहौल है। मंगलवार रात्रि में समाज के नन्हें कलाकारों ने नाटक मंचन के जरिए धर्म की राह पर चलने की सीख दी। नाटक के माध्यम से बताया गया कि अ¨हसा परमो धर्म है। यह संसार माया जाल से परिपूर्ण है। मोह माया से हमें छुटकारा पाना होगा। मानव मात्र को सभी की सेवा करनी चाहिए। फल की ¨चता न कर कर्म पर ध्यान देने की जरूरत है। नाटक के आलावा बाल कलाकारों ने मधुर भजन प्रस्तुत किया। मौके पर सुप्रिया माजी, मनोरंजन माजी, राकेश माजि, काजल माजि, उत्तम माजी, रूवी माजी, प्रभात माजी, बरुन माजी, पायेल माजी, निशा माजी आदि थे।

chat bot
आपका साथी