पशुओं में बढ़ रही बीमारी से किसान चितित

विद्यासागर (जामताड़ा) विद्यासागर प्रखंड क्षेत्र के आदिवासी गांवों में पशुओं में बीमारी फैलने से किसान सकते में हैं। बैल आदि पशुओं में घाव हो रहा है। सूजन के साथ यह स्थिति हो रही है। किसानों को समझ नहीं आ रहा है कि इस बीमारी से पशुओं को कैस बचाएं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 04:27 PM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 04:27 PM (IST)
पशुओं में बढ़ रही बीमारी से किसान चितित
पशुओं में बढ़ रही बीमारी से किसान चितित

विद्यासागर (जामताड़ा) : विद्यासागर प्रखंड क्षेत्र के आदिवासी गांवों में पशुओं में बीमारी फैलने से किसान सकते में हैं। बैल आदि पशुओं में घाव हो रहा है। सूजन के साथ यह स्थिति हो रही है। किसानों को समझ नहीं आ रहा है कि इस बीमारी से पशुओं को कैस बचाएं।

जसीडीह गांव में गुरुवार को रतन हांसदा, बंधु मुर्मू, नरेंद्र नाथ मुर्मू ने बताया कि आदिवासी गांवों में पशुओं में बैल के शरीर पर अजीब तरह के घाव हो रहे हैं। पहले यह चमड़े में सूजन की तरह दिखता है। फिर वह घाव का रूप ले लेता है। पूरे गांव में पशुओं में यह महामारी की तरह फैली रही है। अब तक पशुओं के उपचार की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी इलाज की व्यवस्था नहीं बन पाई है। निजी तौर पर पशुओं का इलाज करवा रहे हैं पर उससे लाभ नहीं हो रहा है। ग्रामीणों ने इस बीमारी से बचाव में सरकारी सहयोग की मांग की है। आदिवासियों ने कहा कि यहां के ग्रामीण काफी पिछड़े व बेरोजगार हैं। उनके रोजगार का एक मात्र साधन खेती है। खेती के समय में बैल में इस तरह की बीमारी हो जाने से किसानी प्रभावित हो रही है।

विभागीय पदाधिकारी मुन्नी मुर्मू ने बताया कि ग्रामीणों की समस्या की जानकारी उनतक नहीं पहुंची है। अभी जानकारी मिली है। जल्द ही पशुओं को बीमारी से बचाने की व्यवस्था की जाएगी।

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