सुजल एवं स्वच्छ गांव निर्माण को कराया दायित्वबोध

को विभिन्न दायित्व सौंपा है। राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर सह जिला समन्वयक रूबी कुमारी एवं अनुज कुमार ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ गांव निर्माण की दिशा में कई अहम कार्य किया जा चुका है। स्वच्छता निर्माण को लेकर गांव या घर स्तर पर चल रहे कार्य की गति बरकरार रखने के लिए अब भी कई कार्य किया जाना बाकी है जो सबों के सहयोग से संपन्न होगा। जल जीवन

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Oct 2019 08:23 PM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 06:30 AM (IST)
सुजल एवं स्वच्छ गांव निर्माण को कराया दायित्वबोध
सुजल एवं स्वच्छ गांव निर्माण को कराया दायित्वबोध

-- एसजीएसवाई सभागार में जल जीवन मिशन का तीन दिवसीय प्रशिक्षण

संवाद सहयोगी,जामताड़ा : स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम के तहत शौचालय, शॉकपीट निर्माण के साथ सफाई अभियान नियमित रूप से चलाया गया। अब सुजल एवं स्वच्छ गांव बनाये रखने को लेकर जल जीवन मिशन कार्यक्रम हर घर में प्रभावकारी बनाना है। प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत स्वच्छता संबंधित योजनाओं का निर्माण करना है ऐसे में पंचायत प्रतिनिधि, जल सहिया, स्वच्छता ग्राही समेत पदाधिकारी व कर्मियों का योजना चयन व निर्माण में अहम योगदान होगा। उपायुक्त गणेश कुमार व उप विकास आयुक्त नागेंद्र कुमार सिन्हा ने एसएजीएसवाई सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दूसरे दिन जल सहिया को दायित्व बोध कराते हुए उक्त बातें कही। उपविकास आयुक्त ने कहा प्रशिक्षण का उपयोग मुखिया एवं जल सहिया पंचायत स्तर पर सुजल एवं स्वच्छ गांव निर्माण में करें तभी गांव सुंदर व स्वच्छ होगा। सुजल एवं स्वच्छ गांव बनाने में सरकार ने सबों को विभिन्न दायित्व सौंपा है। राज्य स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर सह जिला समन्वयक रूबी कुमारी एवं अनुज कुमार ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ गांव निर्माण की दिशा में कई अहम कार्य किया जा चुका है। स्वच्छता निर्माण को लेकर गांव या घर स्तर पर चल रहे कार्य की गति बरकरार रखने के लिए अब भी कई कार्य किया जाना बाकी है जो सबों के सहयोग से संपन्न होगा। जल जीवन कार्यक्रम का जिले में श्रीगणेश हो चुका है। इस कार्यक्रम के तहत मनरेगा,14 वी वित्त आयोग मद,स्वच्छ भारत मिशन समेत अन्य योजनाओं के तहत घर-घर पेयजल आपूर्ति करना है। इसके निर्माण से संचालन तक का दायित्व गांव स्तर को दिया जाना है। ताकि नियमित रूप से हर घर तक पानी पहुंच सकें। पानी की उपलब्धता के अभाव में अनेक शौचालयों का उपयोग नहीं हो रहा है। ऐसे में सभी शौचालयों तक पहुंचाने का कार्य प्रस्तावित योजनाओं में शामिल होगा। तभी शतप्रतिशत शौचालयों का उपयोग संभव होगा। वर्तमान समय में सरकार ने कई योजनाएं तैयार किया है जिसमें एसबीएम से प्राप्त लाभुकों को घरेलू पाइप लाइन कनेक्शन के माध्यम से सभी के लिए साफ एवं सुरक्षित पेयजल आपूर्ति करने का प्रावधान है। स्वच्छता के साथ ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन एवं प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, और मल कीचड़ प्रबंधन से संबंधित वस्तुओं की जानकारी प्रशिक्षण के माध्यम से जल सहिया को दिया गया। कार्यशाला में मुखिया, जल सहिया एवं स्वच्छता ग्राही मौजूद थे।

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