यहां चलना ही नृत्य है और वहां नृत्य ही जीवन Jamshedpur News

एक भारत श्रेष्ठ भारत शृंखला के तहत वीमेंस कॉलेज में झारखंड और गोवा के नृत्य व क्राफ्ट मेकिंग प्रतियोगिता में शामिल हुई छात्राएं

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 06 Mar 2020 11:39 PM (IST) Updated:Fri, 06 Mar 2020 11:39 PM (IST)
यहां चलना ही नृत्य है और वहां नृत्य ही जीवन Jamshedpur News
यहां चलना ही नृत्य है और वहां नृत्य ही जीवन Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। भारत सरकार की 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' शृंखला के तहत शुक्रवार को जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज में झारखंड और गोवा की संस्कृति से संबंधित नृत्य व क्राफ्ट मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

कॉलेज परिसर के बीएड भवन सभागार आयोजित कार्यक्रम में कॉलेज की प्राचार्या डॉ. नूतन चंद्रा ने बताया कि झारखंड की संस्कृति में नृत्य एक संपूर्ण जीवन पद्धति है। यहां अकेले नृत्य का चलन नहीं है। सब साथ में सामूहिक रूप से नाचते-गाते हैं। ऊंच-नीच का कोई भेद नहीं रहता। यह विशुद्ध देशज और लोकतांत्रिक कला है। वहीं गोवा की संस्कृति में स्थानीय और पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव है। वे जीवन को संपूर्णता में जीते हैं। तनावमुक्त रहते हैं और झूमते गाते जीवन का उत्सव मनाते हैं। जीवन के प्रति दोनों संस्कृतियों का अदम्य आकर्षण उन्हें एकसूत्र में बांधता है।

इसी तरह दोनों ही राज्यों में हस्तशिल्प की गहरी समझ है। प्रकृति को दोनों संस्कृतियां सर्वश्रेष्ठ मानती हैं। इसलिए झारखंड के हस्तशिल्प में पहाड़, पठार, नदी, झरने, जंगल, हाथी की कलात्मक मौजूदगी है तो गोवा के हस्तशिल्प में समुद्र, रेत, मछली, नाव आदि समान रूप से मिलते हैं। उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का आयोजन हमें एक-दूसरे को बेहतर ढंग से जानने का मौका दे रहा है।

 

हस्तशिल्प प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आशा, अंशु, अपर्णा, अपराजिता व ममता को, दूसरा स्थान पूजा, निशा, लिली, लक्ष्मी व प्रतिमा को और तीसरा स्थान अनु, बरखा, अंकिता, छिता व अनु को मिला। वहीं नृत्य में प्रथम स्थान रश्मि व ग्रुप को, दूसरा एकता व ग्रुप को और तीसरा स्थान मानिनी व ग्रुप को मिला। विजेता छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया।

कार्यक्रम में समन्वयक डॉ. किश्वर आरा, डॉ. काकोली बसाक, डॉ. नुपुर पालित, डॉ. रमा सुब्रमण्यम, डॉ. पुष्पा कुमारी, डॉ. त्रिपुरा झा, डॉ. सनातन दीप, डॉ. सुधा सिंह दीप सहित बीएड विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्राएं मौजूद थीं।

chat bot
आपका साथी