एनएमएल का अतीत व वर्तमान जान अचंभित हुईं जेएच तारापोर की छात्राएं Jamshedpur News

संस्थान की ओर से संचालित स्कूल इंटरेक्टिव प्रोग्राम जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत जेएच तारापोर के 49 छात्राओं के दल ने गुरुवार को एनएमएल पहुंच वहां की गतिविधियों के बारे में जाना।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 09:04 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 09:37 AM (IST)
एनएमएल का अतीत व वर्तमान जान अचंभित हुईं जेएच तारापोर की छात्राएं Jamshedpur News
एनएमएल का अतीत व वर्तमान जान अचंभित हुईं जेएच तारापोर की छात्राएं Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। यह एक अनूठा अनुभव था धतकीडीह स्थित जेएच तारापोर के छात्रों का। राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला एनएमएल की स्थापना से लेकर अबतक के इतिहास के बारे में जान अचंभित हुए तो वर्तमान में यहां चल रहे शोध कार्यों को देख-जान उनकी जिज्ञासा बढ़ती चली गई।

संस्थान की ओर से संचालित स्कूल इंटरेक्टिव प्रोग्राम जिज्ञासा कार्यक्रम के तहत जेएच तारापोर के 49 छात्रों का दल गुरुवार को एनएमएल पहुंचा। दल के साथ शिक्षिकाओं में निमिषा कौशिक व महुआ घोष भी थी।

प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पीएन मिश्रा ने दल का स्वागत करते हुए उन्हें एनएमएल के इतिहास की जानकारी दी और राष्ट्र निर्माण में अबतक की उपलब्धियों के बारे में बताया। मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एसके मंडल ने उन्हें दैनिक जीवन में विज्ञान की उपयोगिता के बारे में जानकारियां दीं।

छात्र-छात्राओं ने सवालों की झड़ी लगा दी जिसका जवाब वरीय तकनीकी अधिकारी डॉ. एके साहू ने विस्तार से दिया। इसके बाद छात्रों के दल ने संस्थान की विभिन्न प्रयोगशालाओं का भ्रमण कर वहां हो रहे शोध कार्यों को देखा। क्रीप टेस्टिंग यूनिट के मैटीरियल टेस्टिंग एंड इवैल्यूएशन डिविजन में वरीय तकनीकी अधिकारी प्रबीर कुमार राय ने उन्हें क्रीप, फटिग, बायॅलर, रिफॉरमर ट्यूब आदि के बारे में समझाया।

इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट यूनिट में रिसर्च एसोसिएट डॉ. पंकज चौबे ने बेकार विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की रिसाइक्लिंग के विभिन्न स्टेप्स की जानकारी दी। छात्र यह जानकर अचंभित हुए कि बेकार उपकरणों से किस तरह मूल्यवान धातुओं का उत्पादन किया जा सकता है। करीब तीन घंटे तक प्रयोगशालाओं का भ्रमण करने के बाद छात्र-छात्राओं व शिक्षकों ने दोबारा यहां आकर और जानकारी प्राप्त करने की इच्छा जताई। 

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