पहली बार यूनियन का विवाद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, आदेश से संशय

टेल्को यूनियन का मामला हाईकोर्ट से डबल बेंच व उसके बाद सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया तथा वहां से निर्णय भी आ गया जो ऐतिहासिक है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 01:37 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 01:37 PM (IST)
पहली बार यूनियन का विवाद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, आदेश से संशय
पहली बार यूनियन का विवाद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, आदेश से संशय

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा मोटर्स कंपनी व टेल्को यूनियन का मामला पहली बार सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तथा वहां से आदेश भी निर्गत हो गया। टेल्को यूनियन का गठन 1943 में हुआ था। उसके बाद यूनियन का विवाद रहा, लेकिन हाईकोर्ट जाते-जाते उसका समाधान हो गया। टेल्को यूनियन का मामला हाईकोर्ट से डबल बेंच व उसके बाद सीधे सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया तथा वहां से निर्णय भी आ गया जो ऐतिहासिक है।

आदेश को लेकर कर्मियों में ऊहापोह

सुप्रीम कोर्ट के आदेश से कंपनी प्रबंधन भी गंभीर है। वह ‘वेट एंड वाच’ की स्थिति में है। जबकि टेल्को वर्कर्स यूनियन व टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन नेताओं की सक्रियता बढ़ गई है। दोनो खेमे के लोग आदेश आने के बाद कर्मचारियों के बीच जाकर अपनी-अपनी बातें रखने लगे हैं। आदेश को लेकर कर्मचारियों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। चुनाव होगा, कब होगा कौन कराएगा इन सभी बातों को लेकर कर्मचारियों में अटकलें तेज हो गई है। पहले एलपीए (लेटर पेटेंट्स अपील) मामले का निष्पादन होगा या फिर चुनाव के बाद विवादित मामले चलती रहेगी। हालांकि प्रकाश खेमे ने कहा है कि चुनावी प्रक्रिया शुरू कराने व उसकी रूप-रेखा तय करने को लेकर हाईकोर्ट में आइए (इंटरलोकट्री एप्लीकेशन) फाइल किया जाएगा जिसमें एक सप्ताह के अंदर सब स्पष्ट हो जाएगा।

क्या है एलपीए में लंबित मामले

बीते साल सितंबर माह में हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीएन पटेल व जस्टिस रत्नाकर भेंगरा की खंडपीठ ने टाटा मोटर्स के कर्मचारी सह यूनियन सदस्य विजय भूषण मिश्र व संदीप कुमार सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए टेल्को यूनियन चुनाव पर रोक लगाई थी। बीते साल 23 अगस्त को विजय भूषण मिश्र ने एकलपीठ के उस आदेश को चुनौती देते हुए याचिका दाखिल की है जिसमें एकलपीठ ने चार अगस्त को टेल्को वर्कर्स यूनियन का चुनाव आठ सप्ताह में कराने का निर्देश दिया था।

यूनियन के दोनों गुटों में विवाद

वहीं, कंपनी कर्मचारी संदीप कुमार सिंह ने 23 अगस्त को हीं यह कहते हुए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है कि मई-2017 में बिहार सरकार द्वारा टेल्को वर्कर्स यूनियन का निबंधन रद कर दिया गया है। यूनियन के दोनों गुटों के विवाद में यूनियन के पैसे का दुरुपयोग हो सकता है, इसलिए उन्होंने ट्रेड यूनियन के बैंक खातों को फ्रीज करने की मांग की थी उसके बाद खंडपीठ ने एकलपीठ के टेल्को यूनियन का चुनाव कराने के निर्देश पर रोक लगा दी और यूनियन के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के (तीनों) खातों के संचालन को फ्रीज कर दिया था तथा मामले की सुनवाई अप्रैल-2018 में करने को निर्देश दिया था। लेकिन इससे पूर्व प्रकाश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट में जाकर याचिका दायर कर दी जिस पर आदेश आया है।

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