टाटा स्टील इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट हेड अरुण को मिला सर्टिफाइड वैल्यू स्पेशलिस्ट की मान्यता

सर्टिफिकेट मिलने के बाद अरुण कुमार किसी भी इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट के वैल्यू (लागत) पर सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा रॉ मटेरियल के 100 प्रतिशत इस्तेमाल (ऑप्टामाइजेशन) व उत्पादन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सुझाव दे सकते हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 05:28 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 05:28 PM (IST)
टाटा स्टील इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट हेड अरुण को मिला सर्टिफाइड वैल्यू स्पेशलिस्ट की मान्यता
अरुण कुमार को सेव इंटरनेशनल, यूएसए से सीवीएस की मान्यता मिली है।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील, इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट के हेड अरुण कुमार को सेव इंटरनेशनल, यूएसए से वैल्यू इंजीनियरिंग में सर्टिफाइड वैल्यू स्पेशलिस्ट (सीवीएस) की मान्यता मिली है। सेव इंटरनेशनल से सीवीएस की मान्यता प्राप्त करना काफी कठिन प्रक्रिया है। इसके लिए संबधित व्यक्ति को वैल्यू इंजीनियरिंग का सदस्य होना अनिवार्य होगा। इसके अलावा वे शोध पत्र लिखा हो, उनके शोध पर अवार्ड मिला है।

वैल्यू इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट की ट्रेनिंग भी देते हो। यदि इन सभी श्रेणियों में वे आते हैं तो सेव इंटरनेशनल उनके लिए परीक्षा आयोजित करता है। जिसमें उनके प्रैक्टिस वैल्यू मैथडालॉजी, शेयर वैल्यू मैथडालॉजी और वैल्यू वैल्यू मैथडालॉजी पर परीक्षा देनी होती है। इस बार देश भर में मात्र पांच ही इंजीनियरों को यह अवार्ड मिला है इसमें अरुण कुमार भी शामिल है। अरुण टाटा स्टील के दूसरे कर्मचारी हैं जिन्हें यह मान्यता मिली है। इससे पहले वर्ष 2014 में सूर्य प्रकाश प्रभाकर को यह मान्यता मिली थी। सेव इंटरनेशनल पिछले 70 सालों से यह मान्यता दे रही है। इसमें सूर्य प्रकाश व अरुण सहित पूरे भारत में मात्र 19 इंजीनियरों को यह मान्यता मिली है।

प्रोजेक्ट वैल्यू पर दे सकते हैं सुझाव

सर्टिफिकेट मिलने के बाद अरुण कुमार किसी भी इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट के वैल्यू (लागत) पर सुझाव दे सकते हैं। इसके अलावा रॉ मटेरियल के 100 प्रतिशत इस्तेमाल (ऑप्टामाइजेशन) व उत्पादन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सुझाव दे सकते हैं।

टाटा स्टील में 1991 में बतौर जेट ट्रेनी शामिल हुए थे अरुण

अरुण कुमार वर्ष 1991 में एनआईटी जमशेदपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की। इसके बाद टाटा स्टील में बतौर जूनियर इंजीनियर ट्रेनी ज्वाइंन किया। इसके अलावा वे वर्ष 1999 में एक्सएलआरआई से जनरल मैनेजमेंट का कोर्स किया है।

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