राजनीतिक लाभ के लिए मोदी सरकार बदल रही शहरों का नाम : स्वरूपानंद सरस्वती

जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार राजनीतिक फायदे के लिये शहरों का नाम बदल रही है। इसमें कोई हिंदुत्व की भावना नहीं है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 06:17 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 06:17 PM (IST)
राजनीतिक लाभ के लिए मोदी सरकार बदल रही शहरों का नाम : स्वरूपानंद सरस्वती
राजनीतिक लाभ के लिए मोदी सरकार बदल रही शहरों का नाम : स्वरूपानंद सरस्वती

जमशेदपुर/चाईबासा(जेएनएन)। जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार राजनीतिक फायदे के लिये शहरों का नाम बदल रही है। इसमें कोई हिंदुत्व की भावना नहीं है। अगर इस सरकार में हिदुत्व की भावना होती तो वह पहले गौ हत्या व गौ मांस की तस्करी बंद करती। अनन्त श्री विभूषित ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर शनिवार को चाईबासा स्थित रूंगटा गार्डन में पत्रकारों से अपने विचार साझा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उम्मीदवार मोदी ने इस पर भले ही चिंता जतायी थी लेकिन उनके कार्यकाल में यूपीए से ज्यादा गौ मांस का निर्यात हो रहा है। राम जन्मभूमि से मुस्लिमों का कोई लेना देना नहीं है। कार सेवकों के ढांचा तोड़े जाने के कारण भ्रम फैला था। सरकार इस पर अध्यादेश न लाये।  

साधु-संत बनायेंगे राम मंदिर

शंकराचार्य ने कहा कि राम मंदिर राम भक्त व साधु संत बनायेंगे। हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है इसलिए सत्ता में आने के बाद हर पार्टी को इसकी शपथ लेनी पड़ती जिसके कारण कोई भी पार्टी सत्ता में रहकर मंदिर, मस्जिद, गिरजा घर या गुरुद्वारा नहीं बना सकती है। राम जन्मभूमि में मस्जिद नहीं बनना चाहिए। इससे तनाव बढ़ेगा व इसका असर पूरे देश में देखने को मिलेगा।

सत्ता में आने के लिए राजनीति का इस्तेमाल

आज राजनीति में धर्म प्रवेश कर गया है जिसके कारण सभी सत्ता में आने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन लोगों में धर्म की कमी आयी है जिसका उदहरण उस कन्या से दुष्कर्म हो रहा है, जिसे हम देवी कर पूजते आ रहे हैं। दुष्कर्म के आरोपी को फांसी देने से यह समस्या टलने वाली नहीं है बल्कि अपने बच्चों को छोटे समय से धर्म का ज्ञान देकर इसे रोका जा सकता है।

आदिवासी हिंदुत्व के अभिन्न अंग

आज आदिवासियों को लालच देकर हिंदुत्व के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है जबकि आदिवासी हिंदुत्व के अभिन्न हैं क्योंकि सरना व सनातन एक है।

chat bot
आपका साथी