जमशेदपुर में एक ही परिसर में चल रहे अलग-अलग विद्यालयों की हो रही खोज

जमशेदपुर के कई प्रमुख इंग्लिश मीडियम स्कूल ऐसे हैं जो सैकड़ों बच्चों को एक ही कैंपस में हिंदी माध्यम से निश्शुल्क शिक्षा दे रहे हैं। इन स्कूलों में इंग्लिश मीडियम की कक्षाएं खत्म होने के बाद हिंदी माध्यम की कक्षाएं प्रारंभ होती है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 05:45 PM (IST)
जमशेदपुर में एक ही परिसर में चल रहे अलग-अलग विद्यालयों की हो रही खोज
जमशेदपुर में एक ही परिसर में चल रहे अलग-अलग विद्यालयों की खोज हो रही है।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जमशेदपुर में एक ही परिसर में चल रहे अलग-अलग विद्यालयों की खोज हो रही है। दरअसल, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से इस संबंध में एक पत्र जिला शिक्षा विभाग को प्राप्त हुआ है। इस पत्र में हजारीबाग में आयोजित प्रमंडलीय बैठक के दौरान यह बात सामने आई थी कि एक ही परिसर में बालक, बालिकाओं के लिए अलग से विद्यालय संचालित हो रहे हैं। यह विभागीय नियम के अनुसार नहीं है। इसी पत्र के आलोक में पूर्वी सिंहभूम जिला में ऐसे स्कूल की तलाश की जा रही है।

पूर्वी सिंहभूम जिला में ऐसे कई निजी स्कूल है जो एक ही कैंपस में आइसीएसई व सीबीएसई के स्कूल संचालित कर रहे हैं। साथ ही हिंदी माध्यम के स्कूल भी संचालित हो रहे हैं। इन सभी स्कूलों की पहचान करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि वे निर्धारित प्रारूप में एक सप्ताह के अंदर भरकर भेजें। निदेशालय एक ही परिसर में चल रहे एक से अधिक स्कूलों को को-एजुकेशन के तहत मान्यता देने पर विचार कर रही है।

प्रमुख इंग्लिश मीडियम स्कूल सैकड़ों बच्चों को हिंदी माध्यम से दे रहे निश्शुल्क शिक्षा

जमशेदपुर के कई प्रमुख इंग्लिश मीडियम स्कूल ऐसे हैं जो सैकड़ों बच्चों को एक ही कैंपस में हिंदी माध्यम से निश्शुल्क शिक्षा दे रहे हैं। इन स्कूलों में इंग्लिश मीडियम की कक्षाएं खत्म होने के बाद हिंदी माध्यम की कक्षाएं प्रारंभ होती है। इसे स्कूल प्रबंधन प्रोजेक्ट स्कूल के नाम से पुकारते हैं। केरला पब्लिक स्कूल कदमा हिंदी माध्यम में 800, केरला समाजम हिंदी मॉडल स्कूल में 1200, सेक्रेड हार्ट कान्वेंट में 230, लोयोला हिंदी में 800, डीबीएसएम लिलिपुट में 500 से अधिक छात्र-छात्राएं निश्शुल्क शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। ऐसी बात नहीं है कि अंग्रेजी माध्यम के कैंपस में हिंदी माध्यम स्कूल के संचालन में शिक्षकों की समस्या है। एक-एक स्कूल में दस से अधिक शिक्षक है। इन सबकों स्कूल मानदेय पर रखते हैं। इनका मानदेय अंग्रेजी माध्यम स्कूल से मिलने वाली कोष से भुगतान होता है। कक्षा एक से लेकर दस तक यहां कक्षाओं का संचालन होता है। ये सभी छात्र दसवीं की परीक्षा राष्ट्रीय ओपेन स्कूल से देते हैं। लगभग सभी स्कूलों को एनआइओएस से निबंधित भी कर दिया गया है।

chat bot
आपका साथी