धार्मिक स्थलों से पथराव चिंता का विषय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बच्चा चोर की अफवाह के कारण राजनगर व बागबेड़ा में सात लोगों की हत्

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 May 2017 02:47 AM (IST) Updated:Sat, 27 May 2017 02:47 AM (IST)
धार्मिक स्थलों से पथराव चिंता का विषय
धार्मिक स्थलों से पथराव चिंता का विषय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बच्चा चोर की अफवाह के कारण राजनगर व बागबेड़ा में सात लोगों की हत्याओं के बाद शहर का अमन चैन बिगड़ गया था। पथराव, लाठी चार्ज, गोली चालन की घटनाओं को अमली जामा पहनाने के साजिशकर्ता नेता ही निकले। इसको लेकर शुक्रवार को मानगो स्थित वन विभाग के दफ्तर में अनुमंडल पदाधिकारी, आजादनगर, मानगो, उलीडीह व एमजीएम थाना प्रभारी, डीएसपी व शांति समिति की बैठक हुई। इसमें बच्चा चोर की अफवाह, मानगो में उपद्रव ही चर्चा का विषय रहा।

बैठक को संबोधित करते हुए पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि 95 फीसद लोग शहर में अमन चैन चाहते हैं जबकि यह पांच प्रतिशत लोग ही शहर का अमन चैन खराब कर रहे हैं इस पांच प्रतिशत लोगों को पहचानने की जरूरत है। शांति समिति के लोगों से पुलिस पदाधिकारियों ने अपील की है कि अगर शहर को अशांत करने वाले लोग को वह जानते हैं तो तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दें ताकि आगे से शहर के अमन चैन न बिगड़े। इस बैठक में पटमदा डीएसपी सुरेश करमाली, केएन मिस्त्रा सहित उलीडीह, आजादनगर, एमजीएम व मानगो थाना प्रभारी सहित शांति समिति के सदस्य उपस्थित थे।

डीएसपी सुरेश करमाली ने कहा कि नेता वही होता है जो सही निर्णय ले। लोगों के जजबात से खेलने वाला कतई नेता नहीं हो सकता। अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए वह किसी भी हद तक जा रहे हैं। वे यह नहीं देखते कि उनके कारण शहर का अमन चैन बिगड़ने लगता है। उन्होंने कहा शहर का अमन चैन बिगाड़ने वाले नेताओं व बदमाशों को पुलिस नहीं छोड़ने वाली। उनके खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई की तैयारी में है। पुलिस कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।

धार्मिक स्थलों को पथराव के लिए इस्तेमाल करना यह चिंता का विषय है। कुछ लोगों के कारण पूरा शहर जलने लगता है। यह बातें विशेष पदाधिकारी जगदीश प्रसाद ने कहीं। उन्होंने शांति समिति के लोगों को वैसे लोगों की पहचान कर पुलिस प्रशासन को बताना चाहिए। जो सच में उपद्रव में बढ़ चढ़ कर शामिल होते हैं।

बैठक में शांति समिति के सदस्य व पुलिस पदाधिकारियों ने बारी बारी से अपने विचार रखे। शांति समिति के सदस्यों को और ज्यादा सक्रिय होने की जरूरत पर बल दिया गया। ताकि शांति व्यवस्था बहाल रखने में उनकी मदद पुलिस ले सके। बैठक में बलजीत सिंह, अवतार सिंह भाटिया, जोगिंदर सिंह निराला, बिनोद सिंह सहित सौ से ज्यादा सदस्य उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी