क्रिकेट के अलावा भी है कॅरियर : सबा करीम

कदमा स्थित क्रिकेट अकादमी, जमशेदपुर (सीएजे) में जब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सबा करीम पहुंचे तो एकबारगी वहां मौजूद नन्हें खिलाड़ियों को विश्वास ही नहीं हुआ कि सबा सर उनके सामने खड़े हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Dec 2018 07:00 AM (IST) Updated:Mon, 24 Dec 2018 07:00 AM (IST)
क्रिकेट के अलावा भी है कॅरियर : सबा करीम
क्रिकेट के अलावा भी है कॅरियर : सबा करीम

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कदमा स्थित क्रिकेट अकादमी, जमशेदपुर (सीएजे) में जब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सबा करीम पहुंचे तो एकबारगी वहां मौजूद नन्हें खिलाड़ियों को विश्वास ही नहीं हुआ कि सबा सर उनके सामने खड़े हैं। अपने भतीजे की शादी में शामिल होने जमशेदपुर पहुंचे सबा करीम ने कॅरियर की शुरुआत जमशेदपुर से ही की थी। मूल रूप से समस्तीपुर के रहने वाले सबा प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अविभाजित बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सबा ने बच्चों को कहा, क्रिकेट में सफलता नहीं मिलती है तो इससे कभी निराश नहीं होना चाहिए। क्रिकेट के अलावा भी अन्य खेलों में कॅरियर है। यही नहीं आज क्रिकेट में भी वीडियो एनालिस्ट, पिच क्यूरेटर, स्कोरर, स्पो‌र्ट्स एनालिस्ट जैसे कई क्षेत्र हैं, जहां कॅरियर बनाया जा सकता है।

रविवार की दोपहर सबा के क्रिकेट अकादमी, जमशेदपुर पहुंचते ही उनसे हाथ मिलाने की होड़ मच गई। कोने में खड़ा एक नन्हा बच्चा अपने पापा को मनुहार कर रहा है कि किसी तरह सबा अंकल का ऑटोग्राफ दिलवा दे। पापा भी धर्मसंकट में पड़े थे। सबा के पास जाऊ या न जाऊ। लेकिन बच्चे की जिद के आगे उन्हें झुकना पड़ा और भीड़ को चीरते हुए ऑटोग्राफ लेकर जब वापस लौटे तो बेटे को देख मानो यही कह रहे हो, मैंने जंग जीत लिया।

सबा ने दोस्तों के साथ न सिर्फ समय बिताया, बल्कि पुराने दिनों को याद भी किया। उन्होंने क्रिकेट अकादमी, जमशेदपुर में उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं की प्रशंसा करते हुए उदीयमान क्रिकेटरों से कहा कि आप भाग्यशाली है कि ऐसी सुविधाएं नसीब हो रही है। हमारे जमाने में ऐसी सुविधाएं नहीं थी, लेकिन हम भी हार मानने वाले नहीं थे। हर मुश्किलों को पार कर मुकाम हासिल कर ही लिया।

सबा ने 1982-83 में बिहार की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की। 1990-91 में ओडिशा के खिलाफ रणजी मुकाबले में 234 रन की यादगार पारी खेलने वाले सबा ने 1996-97 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला एकदिनी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। मई 2000 बांग्लादेश के खिलाफ विकेटकीपिंग के दौरान आंख में चोट लगने के बाद उनका कॅरियर पर विराम लग गया था। सबा करीम के प्रेरक सत्र के दौरान क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष बीके डिंडा, पूर्व क्रिकेटर नंदू पटेल, बिनोद खुल्लर, सतीश सिंह, एनजे प्रकाश, नीरज चौहान, अजय गुप्ता, गिडू, जीतू पटेल व जयदीप चौहान मौजूद थे।

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