शादीशुदा रिसर्च स्कॉलर के लिए अच्छी खबर, NIT में पति- पत्नी साथ रहकर कर सकेंगे पीएचडी
NIT Jamshedpur. पहले पति अगर पीएचडी करते थे तो उन्हें पत्नी के साथ बाहर घर भाड़ा लेकर लेना पड़ता था। इससे वे पूरी तन्मयता के साथ पीएचडी नहीं कर पाते थे। अब ऐसा नहीं हो पाएगा। शादीशुदा रिसर्च स्कॉलर के लिए अलग से छात्रावास की व्यवस्था होगी।
जमशेदपुर, वेंकटेश्वर/चंदन। एनआइटी जमशेदपुर ने भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद पांच साल की पूरी कार्ययोजना बनाकर भेज दिया है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव पीएचडी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए है।
इस प्रस्ताव के तहत शादीशुदा रिसर्च स्कॉलर के लिए अलग से छात्रावास बनाए जाने का प्रावधान है। यह एक सौ बेड का होगा। इस छात्रावास में साथ रहकर पति- पत्नी पीएचडी कर सकते हैं। पहले पति अगर पीएचडी करते थे तो उन्हें पत्नी के साथ बाहर घर भाड़ा लेकर लेना पड़ता था। इससे वे पूरी तन्मयता के साथ पीएचडी नहीं कर पाते थे। अब ऐसा नहीं हो पाएगा।
259 करोड़ रुपये होंगे खर्च
इस पूरी कार्ययोजना में 259 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस कार्ययोजना में जी प्लस का एक हजार बेड का ब्वाॅयज हास्टल, जी प्लस फाइव का 300 बेड का गल्र्स हॉस्टल, सेंट्रल रिसर्च फैसिलिटी, हॉस्टल फॉर मैरेज रिसर्च स्कॉलर के लिए 100 बेड का भवन बनाया जाएगा। यह प्रस्ताव स्वीकृत होने पर एनआइटी हायर एजुकेशन फाइनांसिंग एजेंसी लगभग 90 प्रतिशत राशि लोन लेकर कार्ययोजना को धरातल पर उतारेगी। उम्मीद है जल्द ही इसका अनुमोदन हो जाएगा।
क्वार्टर के लिए 120 करोड़ का प्रस्ताव
इसके अलावा फैकल्टी एवं स्टाफ क्वार्टर फैकल्टी एंड स्टाफ क्वार्टर भी इस योजना में शामिल किया गया है। पहले एनआइटी प्रबंधन द्वारा एक साल की कार्ययोजना का प्रस्ताव बनाकर 120 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था। इसे उच्च शिक्षा विभाग द्वारा वापस करते हुए वृहत कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश िदिया। इस निर्देश के नया प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।
ऐसा है पूरा प्रस्ताव
योजना का नाम - क्षमता - प्राक्कलित राशि (करोड़ में)
1. ब्वॉयज हॉस्टल - 1000 बेड - 97,78,40,000
2. गल्र्स हॉस्टल - 300 बेड - 32,39,50,000
3. सेंट्रल रिसर्च फैसिलिटी - तय नहीं - 20,00,00,000
4.मेरेड रिसर्च स्कॉलर छात्रावास - 100 - 23,71,06, 783
5. फैकल्टी एंड स्टाफ क्वाटरस - 112 व 56 - 85,54,61, 758