दिनदहाड़े फुटओवर ब्रिज से उड़ा ले गयी जेवरातों से भरा डिब्बा

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) : यूं तो आरपीएफ व जीआरपी टाटानगर स्टेशन में यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का दावा करने के बावजूद एक महिला का बैग काटकर लाखों के जेवरात चोरी हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Oct 2018 01:38 PM (IST) Updated:Mon, 15 Oct 2018 01:38 PM (IST)
दिनदहाड़े फुटओवर ब्रिज से उड़ा ले गयी जेवरातों से भरा डिब्बा
दिनदहाड़े फुटओवर ब्रिज से उड़ा ले गयी जेवरातों से भरा डिब्बा

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) : यूं तो आरपीएफ व जीआरपी टाटानगर स्टेशन में यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने का दावा करते हैं लेकिन दिन दहाड़े जीआरपी थाना से चंद कदमों की दूरी पर फुट ओवर ब्रिज पर ही एक युवती ने सोनारी निवासी राजलक्ष्मी महाकुंड के बैग से चार लाख के जेवरात उड़ा लिए। जीआरपी थाना व स्टेशन परिसर में दर्जनों सीसीटीवी कैमरे पूरे स्टेशन की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। सुरक्षा के लिए अलग से जवानों को तैनात किया गया है। घटना सुबह 6.15 बजे की है। रमेश के बयान पर जीआरपी थाना में अज्ञात युवती के खिलाफ जेवरात चोरी करने की प्राथमिकी दर्ज।

यह है मामला

सोनारी निवासी रमेश महाकुंड जाजपुर स्थित टाटा स्टील कलिंगानगर प्लांट के एक ठेका कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। वह अपनी पत्नी राजलक्ष्मी व दो बेटों सहित एक दोस्त के साथ रविवार की सुबह करीब 6.15 बजे उत्कल एक्सप्रेस से उतरकर फुट ओवर ब्रिज से प्लेटफार्म से बाहर निकल रहा था। उसी दौरान एक युवती राजलक्ष्मी के बगल में सट कर चल रही थी। युवती ने अपने हाथ में रखा ब्लैड से राजलक्ष्मी का हैंड बैग को काट दिया और बैग में रखा जेवरातों से भरा डिब्बा लेकर फरार हो गयी। बैग में सोने का हार तीन, रानी हार एक, सोने का चेन तीन, सोने के हार में स्टोन लगा हुआ हार एक, मंगलसूत्र दो रखे हुए थे। घर जाने पर जब बैग पर नजर पड़ी तो बाग कटा हुआ था। अंदर देखने पर सोने के जेवरातों से भरा डिब्बा गायब था। वापस टाटानगर स्टेशन के जीआरपी थाना में आकर प्राथमिकी दर्ज कराई।

सीसीटीवी कैमरा में युवती बैग काट रही थी

घटना की सूचना जब रमेश ने जीआरपी थाना में रविवार की सुबह आकर दी तो जीआरपी थाना प्रभारी एसएन झा खुद सीटीटीवी कैमरा कंट्रोल रुम में फूटेज देखने के लिए गए जहां एक युवती ब्लैड के सहारे राजलक्ष्मी का हैंड बैग काटते हुए नजर आ रही थी।

chat bot
आपका साथी