टीवीएफ के ग्लोबल हेड राहुल सारंगी बोले, वर्तमान में कंटेंट क्रिएशन के काफी बेहतर अवसर
टीवीएफ के ग्लोबल हेड राहुल सारंगी का कहना है कि वर्तमान में कंटेंट क्रिएशन के काफी बेहतर अवसर हैं।स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया कंटेंट काफी बेहतर होता है।
जमशेदपुर, जासं। द वायरल फीवर (टीवीएफ- मशहूर यूट्यूब चैनल) के ग्लोबल हेड बिजनेस एंड कंटेंट राहुल सारंगी दर्शकों से सीधे रूबरू हुए। बिष्टुपुर स्थित पीजेपी सिनेपोलिस में चल रहे जागरण फिल्म फेस्टिवल के टॉक शो मास्टर क्लास में उन्होंने डिजिटल मीडिया, वेब सीरीज के वर्तमान व भविष्य पर चर्चा की।
ये रहे राहुल सारंगी के टिप्स डिजिटल युग में सिनेमा बनाना काफी आसान काम। आज भी देश के 86 फीसद सब्सक्राइबर टीवी से जुड़े हैं। तीन-चार साल में वेब के सब्सक्राइबर हो सकते 35-40 फीसद। वेब चैनल सब्सक्राइब करने के लिए देश में चार डालर तो विदेशों में 40 डॉलर तक चुकाना होता है। आर्ट फिल्म जैसा कुछ नहीं होता, सिर्फ नियो रियलिस्टिक या सामान्य कमर्शियल फिल्में बनती हैं। डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच टेलीविजन को फिलहाल भारत में कोई खतरा नहीं है। युवाओं में डिजिटल मीडिया का क्रेज जरूर बढ़ रहा है, लेकिन यह टेलीविजन का विकल्प नहीं है। डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव से आज सिनेमा का निर्माण इतना आसान हो गया है जितना कभी नहीं था। वर्तमान समय में कंटेंट क्रिएशन के क्षेत्र में काफी बेहतर अवसर हैं, इसलिए भी कि जो वेब फिल्में या सीरीज बनती हैं उनके निर्माता-निर्देशक से बेहतर आप अपने क्षेत्र के बारे में जानते हैं। स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया कंटेंट काफी बेहतर और वास्तविकता को निरूपित करनेवाला होता है। गुल्लक, कोटा फैक्ट्री जैसी फिल्में भी इसका उदाहरण हैं। डिजिटल व वेब फिल्मों में कॅरियर तलाश रहे युवाओं को सलाह है कि वे तुरंत सफल होने की नहीं सोचें, बल्कि मेहनत से काम करें।
क्या है टीवीएफ
द वायरल फीवर (टीवीएफ) एक ऑनलाइन यूट्यूब चैनल है, जिसे 2010 में शुरू किया गया था। टीवीएफ शुरू करने के पीछे का विचार युवा पीढ़ी तक पहुंचना था, जो शायद ही कभी मनोरंजन के लिए टेलीविजन देखते थे।