मी टू की चपेट में कोल्हान विश्वविद्यालय

आखिरकार कोल्हान विश्वविद्यालय भी मी टू की चपेट में आ गया है। एक पत्र को लेकर कोल्हान विवि में हड़कंप मच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Oct 2018 11:57 AM (IST) Updated:Mon, 22 Oct 2018 11:57 AM (IST)
मी टू की चपेट में कोल्हान विश्वविद्यालय
मी टू की चपेट में कोल्हान विश्वविद्यालय

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता) : आखिरकार कोल्हान विश्वविद्यालय भी मी टू की चपेट में आ गया है। एलबीएसएम कॉलेज की गणित विभाग की एचओडी डॉ. सबिता मिश्रा के नए पत्र से इस बात को और हवा मिली है। इस पत्र में कोल्हान विश्वविद्यालय और उनके द्वारा लगाये गए आरोपों की जांच कर रही कमेटी पर गंभीर सवाल खड़ा किया है। डॉ. सबिता ने फेसबुक पर अपनी भावनाओं को साझा किया है तथा सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने पिस्तोल रखने की अनुमति मांगी है।

पत्र में कहा गया है कि कॉलेज में लेडी स्टाफ रूम व टॉयलेट तक नहीं है। 11 अक्तूबर 2018 को कोल्हान विवि की कुलपति प्रोफेसर डॉ. शुक्ला माहाती को संबोधित आठ पन्नों का दूसरा पत्र भेजा गया है। इसमें नौ अलग-अलग बिन्दुओं पर सवाल खड़े किये गये हैं। संबंधित पत्र विवि की कार्रवाई और रिपोर्ट जमा होने से पहले ही मीडिया में लीक हो गया है।

निशाने पर शिक्षक विनय गुप्ता और वीमेंस कॉलेज की प्राचार्य

डॉ. सबिता ने कुलपति को जो 11 अक्टूबर को पत्र भेजा है उसमें एलबीएसएम कॉलेज के राजनीति शास्त्र के शिक्षक विनय गुप्ता को निशाने पर लिया है। पत्र में कहा गया है कि 27 जुलाई 2018 को की गयी उनकी शिकायत के आलोक में दो महीने आठ दिन बाद विवि की टीम जाच के लिए पहुंची। इस टीम को लेकर भारी विसंगति का दावा किया गया। पहले आरोप में कहा गया है कि जाच को पहुंची पाच सदस्यीय टीम में डॉ. पूर्णिमा कुमार सक्रिय सदस्य हैं। आरोपी विनय गुप्ता पिछले आठ वषरें से डॉ. पूर्णिमा कुमार के निर्देशन में पीएचडी कर रह है। दोनों के घनिष्ठ संबंध से सभी पूर्व परिचित है। दोनों एक ही इलाके में रहते है। डॉ. पूर्णिमा कुमार व विनय गुप्ता के बीच घनिष्ठ संबंध का जिक्र पिछले पत्र में बहुत स्पष्ट रूप से कराने की बात कही गयी है। दावा किया गया है कि डॉ. पूर्णिमा कुमार का टीम का सक्रिय हिस्सा होना इस टीम की वैधता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।

-मैने विवि को पहले ही लिखित रूप से यह बताया है कि महिला शिक्षिका को बहुत तरह की आशका हैं। इसका इलाज वह खुद ही कर सकती हैं। - प्रोफेसर विनय गुप्ता, शिक्षक, एलबीएसएम कॉलेज।

-महिला शिकायत निवारण कोषाग में पूर्व से सदस्य रही हूं। जांच विश्वविद्यालय के कहने पर की गई है। अगर किसी को कोई आपत्ति है तो इस पर विवि ही फैसला कर सकता हैं। - डॉ. पूर्णिमा कुमार, प्रभारी प्राचार्य, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज।

यह है पूरा मामला : महिला शिक्षिका डॉ. सबिता मिश्रा ने 27 जुलाई 2018 को लिखित शिकायत में कॉलेज राजनीति शास्त्र के शिक्षक डॉ. विनय गुप्ता तथा मैथिली विभाग के शिक्षक डॉ. आरके चौधरी के खिलाफ गंभीर शिकायत की। इस मामले में कोल्हान विश्वविद्यालय की तरफ से विवि के महिला शिकायत निवारण कोषाग को जाच का जिम्मा सौंपा गया। जाच पूरी होने से पहले ही महिला शिक्षिका ने जाच प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं। अपने आरोप पत्र में उन्होंने कॉलेज के दो शिक्षकों के तबादले और अपनी पूर्व लिखित शिकायत पर सीबीआई जाच की सिफारिश सरकार को भेजने के लिए कहा है।

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