लौहनगरी के ये सात सितारे हर क्षेत्र में भर रहे परवाज, आइए जानिए इनका सफर

इस समय हर क्षेत्र में झारखंड की लौहनगरी परवाज भर रही है। आइए आपको रूबरू कराते हैं शहर के सात सितारों से।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 14 Sep 2019 01:53 PM (IST) Updated:Sat, 14 Sep 2019 01:53 PM (IST)
लौहनगरी के ये सात सितारे हर क्षेत्र में भर रहे परवाज,  आइए जानिए इनका सफर
लौहनगरी के ये सात सितारे हर क्षेत्र में भर रहे परवाज, आइए जानिए इनका सफर

जमशेदपुर, वीरेंद्र ओझा / एम अखलाक। सिनेमा के पर्दे पर जानदार अभिनय से दिल जीतने की बात हो या रूपहले पर्दे के पीछे रहकर निर्देशन और कोरियोग्राफी की, या गांव से निकलकर सौंदर्य प्रतियोगिता में मजबूत दावेदारी की, या अपने डांस से टीवी स्क्रीन पर धमाल मचाने की, या फिर डिजिटल दुनिया में छा जाने की, इस समय हर क्षेत्र में लौहनगरी परवाज भर रही है। आइए, आपको रूबरू कराते हैं शहर के सात सितारों से।
डिजिटल दुनिया में धूम मचा रहे राहुल सारंगी


पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा क्षेत्र के रहने वाले राहुल सारंगी डिजिटल दुनिया के चर्चित नाम हैं। अभी टीवीएफ (द वायरल फीवर) कंपनी के बिजनेस और कंटेंट हेड हैं। यह कंपनी एक डिजिटल प्लेटफार्म है जो वेब सीरीज के जरिए युवा दिलों पर राज कर रही है। गुल्लक, कोटा फैक्ट्री, द रायल प्लेट, बेहराउज बिरयानी, ये मेरी फेमिली, टिपलिंग, डे विद आरडी शर्मा जैसे कई वेब सीरीज इस कंपनी के खाते में दर्ज हैं। राहुल ग्रिमैटर एंटरटेनमेंट कंपनी के सह संस्थापक और निदेशक रह चुके हैं। फ्रांस के कान शहर में आयोजित स्पाट द टायलेंट फारमेट प्रोग्राम में पहले भारतीय पैनलिस्ट रह चुके हैं। राहुल ने भारत में पहला डिजिटल टैलेंट प्लेटफार्म द वायरल स्टार्स लांच किया था। वहीं वेब सीरीज कोटा फैक्ट्री देश का पहला ब्लैक एंड ह्वाईट वेब सीरीज थी। दुनिया के 64 देशों की कंपनियों में काम कर चुके राहुल को वियतनामी फिल्म सूत के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। राहुल लाइव इवेंट का भी निर्देशन करते रहे हैं। इसमें शकीरा कॉन्सर्ट, रोजर वाटर्स लाइव, द स्टैंडर्ड चार्टर्ड मैराथन, आइफा सेलिब्रिटी क्रिकेट लाइव, आइपीएल फन फीड- लाइव ऑन यू-ट्यूब व हार्स रेसिंग जैसे अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम शामिल हैं। बहरागोड़ा में जन्मे राहुल की शुरुआती शिक्षा जमशेदपुर के लोयला स्कूल से हुई। इसके बाद मुंबई के संत जेवियर कालेज से अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा हासिल की। इनके भाई कुणाल सारंगी बहरागोड़ा क्षेत्र से विधायक हैं।
हिंदी, तेलुगू, बांग्ला व तमिल फिल्मों की अभिनेत्री हैं श्वेता


जमशेदपुर की श्वेता बासु प्रसाद फिल्म अभिनेत्री हैं। हिंदी, तेलुगू, बांग्ला, तमिल फिल्मों की चर्चित चेहरा रही हैं। 2002 में बतौर बाल कलाकार मकड़ी फिल्म में इन्हें दर्शकों ने खूब सराहा। इन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। पिता अनुज बिहार और मां शर्मिष्ठा पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं। 11 वर्ष की आयु में श्वेता ने विशाल भारद्वाज निर्देशित मकड़ी फिल्म में अभिनय किया था। इसमें उन्होंने दोहरी भूमिकाएं अदा की थीं। बतौर बाल कलाकार करिश्मा का करिश्मा और कहानी घर घर की जैसे टीवी धारावाहिक में भी काम कर चुकी हैं। वर्ष 2005 में फिल्म इकबाल में खादीजा की उनकी भूमिका खूब चर्चित रही। कराची इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला। वर्ष 2008 से तेलुगू फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। श्वेता ने जन मीडिया और पत्रकारिता में स्नातक किया है। भारतीय शास्त्रीय संगीत पर एक वृतचित्र भी बना चुकी हैं। फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया में भी श्वेता दिख चुकी हैं। पिछले दिनों यहां आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल में भी ताशकंद फाइल्स फिल्म में इनकी भूमिका से शहर रूबरू हो चुका है।
गांव से निकल कर सौंदर्य की दुनिया तक पहुंचीं जयश्री साहू


वर्ष 2005 में मुंबई में आयोजित जागरण फिल्म फेस्टिवल से सुर्खियों में आने वाली जयश्री साहू पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के कालापाथर गांव की निवासी हैं। शादी जमशेदपुर के कदमा में हुई है। पति शुभमय साहू कारोबारी हैं। जयश्री साहू मिसेज इंडिया प्राइड ऑफ द नेशन प्रतियोगिता में इस साल फाइनल में पहुंच कर जमशेदुपर का नाम रोशन कर चुकी हैं। विजेता तो नहीं बनीं, लेकिन इन्हें मेकओवर अवार्ड से नवाजा गया। पिता का नाम अपूर्व पाल व मां का मीना पाल है। जन्म 23 जुलाई 1989 को चाकुलिया में ही हुआ। गांव के स्कूल से मैट्रिक तक की पढ़ाई पूरी की। चाकुलिया स्थित मनोहर लाल इंटर कॉलेज से इंटर की। 2007 में शादी के बाद मुंबई चली गईं। ग्रामीण इलाके से निकलकर सौंदर्य की दुनिया में पहुंचना ही इनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
‘मोटू-पतलू’ धारावाहिक में सौरभ चक्रवर्ती की आवाज


जमशेदपुर के बाराद्वारी क्षेत्र के रहने वाले सौरभ चक्रवर्ती मिमिक्री आर्टिस्ट हैं। आज काटरून जगत में सिक्का जमा चुके हैं। छह काटरून फिल्में टीवी पर प्रसारित हो रही हैं। इसमें उन्होंने एकसाथ 40-50 कैरेक्टर को अलग-अलग आवाज दी है। ‘मोटू-पतलू’ नामक काटरून धारावाहिक बनाकर उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। इसकी परिकल्पना से लेकर सारे पहलू उन्होंने बनाए, तो चिंगम और जॉन नामक दो नए कैरेक्टर भी जोड़े हैं। उनकी आवाज में डब की गई काटरून सीरियलों में ओगी, पकड़म-पकड़ाई, शॉन द शिप, चेज कामेटी, कीमॉन, जिग एंड शाकरे हैं। इनकी पहली काटरून फिल्म थी ‘ओगी’। 2009 में आवाज दी थी। फिल्म ‘मैक्सिमम’, धारावाहिक ‘एफआइआर’ से भी जुड़े रहे हैं। ‘मैक्सिमम’ में खलनायक की भूमिका निभाई है। सौरभ अपना गॉडफादर जॉनी लीवर को मानते हैं। उन्होंने शुरू से अबतक उनकी मदद की है।
डांस से विशाल ने जीता कई बॉलीवुड सितारों का दिल


जमशेदपुर के तामोलिया के रहने वाले विशाल सोनकर इस समय कलर्स चैनल के डांस दीवाने कार्यक्रम में छाए हुए हैं। माधुरी दीक्षित से लेकर कई बड़े चर्चित चेहरे इनके दीवाने बन गए हैं। मानगो के केपीएस से 8वीं व राजस्थान विद्या मंदिर साकची से दसवीं तथा वर्कर्स कॉलेज से इंटर की पढ़ाई करने वाले विशाल सोनकर की प्रस्तुति देखकर अभिनेता अक्षय कुमार को कहना पड़ गया- मैं इस बंदे की डांस का कायल हो गया हूं। इस शो के दौरान अभिनेत्री तापी पन्नू इस कदर खुश हुईं कि उन्होंने अपना ब्रेसलेट विशाल को गिफ्ट कर दिया। वहीं सोनाक्षी सिन्हा ने ऑटोग्राफ मांगा। खैर, विशाल अपने घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण पढ़ाई छोड़कर जोमेटो में डिलीवरी ब्वॉय बन गए। इस समय जमशेदपुर ही नहीं समूचे कोल्हान में घर-घर इस युवा कलाकार की तारीफ हो रही है। विशाल सोनकर डांस दीवाने प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। शहर को उम्मीद है कि इसबार के विजेता विशाल ही होंगे।
फिल्म निर्देशन में धूम मचा रहे शहर के अभिषेक चौबे


जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र के आशियाना एनक्लेव के रहने वाले अभिषेक चौबे इस समय फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में धूम मचा रहे हैं। फिल्म ‘इश्किया’ से निर्देशक के रूप में पहचान बनाने वाले अभिषेक के पिता का नाम आनंद मोहन चौबे व माता का शीला चौबे है। अभिषेक के बचपन का नाम सोनू है। दिल्ली के हंिदूू कालेज से अंग्रेजी आनर्स व मुंबई के सेंट जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन से फिल्म एंड टेलीविजन प्रोडक्शन में डिप्लोमा किया है। निर्देशक गुरुदेव भल्ला ने फिल्म ‘शरारत’ में एसोसिएट डायरेक्टर के रूप में इन्हें रखा था। विशाल भारद्वाज की ‘मकड़ी’ में एसोसिएट डायरेक्टर बने। फिल्म सुपरहीट रही। विशाल भारद्वाज इन्हें लकी मान लिए। वर्ष 2004 में ‘मकबूल’ में भी एसोसिएट डायरेक्टर रखा। 2004 में जब ‘ब्लू अम्ब्रेला’ बनाई, तो एसोसिएट डायरेक्टर के साथ स्क्रिप्ट राइटर की भी जिम्मेदारी दी। 2006 में ‘ओंकारा’ में भी अभिषेक को यही दोनों जिम्मेदारी मिली। 2009 में ‘कमीने’ में अभिषेक को सिर्फ पटकथा लिखने की जिम्मेदारी मिली। जब 2010 में ‘इश्किया’ बनाने की बात हुई तो विशाल भारद्वाज ने अभिषेक को निर्देशन करने की छूट दी। यह फिल्म सुपरहिट रही। अभिषेक का जन्म 30 मार्च 1978 को फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) के छोटे से कस्बे नियांवा में हुआ। माता-पिता अब भी जमशेदपुर ही रहते हैं।
सुपरहिट फिल्मों के लिए यश रेड्डी कर रहे कोरियोग्राफी


जमशेदपुर के गोलमुरी नामदा बस्ती क्षेत्र के रहने वाले यश रेड्डी कोरियोग्राफर हैं। चर्चित फिल्म ‘राउडी राठौर’, ‘एबीसीडी’, ‘जय हो’, ‘आर राजकुमार’ और ‘एक्शन जैक्शन’ में अपना हुनर दिखाकर शहर की शान बढ़ा चुके हैं। ‘एक्शन जैक्शन’ फिल्म में उन्होंने टाइटल सांग में स्वतंत्र रूप से नृत्य निर्देशन किया है। बाकी गानों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। यश की पढ़ाई-लिखाई जमशेदपुर शहर के टिनप्लेट आंध्रा स्कूल व जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज से हुई है। शुरूआती दौर में शहर के ‘बुगी-वुगी’ जैसे कार्यक्रमों में अपना जलवा दिखाने वाले यश वर्ष 2005 में प्रभु देवा के शागिर्द बन गए। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। शहर का नाम रोशन कर रहे हैं।
 

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