ISL के बाद अब IPL में भी खेलेगी जमशेदपुर की टीम Jamshedpur News

आइपीएल में दो अतिरिक्त टीम को शामिल करने का प्रस्ताव है। टाटा समूह के अलावा अडाणी ग्र्रुप और संजीव गोयनका ग्र्रुप भी रेस में है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sun, 21 Jul 2019 02:22 PM (IST) Updated:Sun, 21 Jul 2019 02:22 PM (IST)
ISL के बाद अब IPL में भी खेलेगी जमशेदपुर की टीम Jamshedpur News
ISL के बाद अब IPL में भी खेलेगी जमशेदपुर की टीम Jamshedpur News

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता।  बस दो साल और इंतजार कीजिए। दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित इंडियन क्रिकेट लीग में जमशेदपुर की टीम भी शिरकत करेगी। इसके लिए टाटा समूह ने कमर कस ली है। दो वर्ष के बाद यानी 2021 तक दुनिया की सबसे बड़ी लीग में आठ की जगह दस टीमें खेलती हुई नजर आ सकती है।

भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआइ) आइपीएल में दो नई टीमों को शामिल करने पर विचार कर रही है। इसके लिए पुणे, अहमदाबाद और रांची या जमशेदपुर में से किसी दो टीमों को 2021 आइपीएल में शामिल किया जा सकता है। इसमें रांची या जमशेदपुर के लिए टाटा ग्र्रुप, पुणे के लिए आरपीजी-संजीव गोयनका ग्र्रुप, अहमदाबाद के लिए अडाणी ग्र्रुप रेस में है। गौरतलब है कि बीसीसीआई ने 2011 यानी आठ वर्ष पहले भी टीमों की संख्या को दस कर दिया था लेकिन कई विवाद खड़े हो गए थे और तीन वर्ष के बाद दो नई टीमों को हटा दिया गया था। 

आइएसएल में दो साल पहले उतरी थी जेएफसी

दो साल पहले टाटा समूह ने इंडियन सुपर लीग (आइएसएल) में जमशेदपुर फुटबॉल क्लब (जेएफसी) की टीम उतारा था। इसी टीम ने पिछले साल ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉलर टिम काहिल को 3.5 करोड़ में एक साल के लिए अनुबंधित किया था। अगर टाटा की टीम आइपीएल में उतरती है तो फिर कीनन स्टेडियम का भी विकास होगा। अंतिम बार कीनन स्टेडियम में वर्ष 2006 में अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था। 

टेंडर प्रक्रिया पर चल रहा काम

सूत्रों की मानें तो दो नई टीमों को शामिल करने की तैयारियां जोरों पर है। इसके लिए योजना पूरी तरह से तैयार की जा चुकी है और इसकी टेंडर प्रक्रिया पर काम चल रहा है। इसे लेकर लंदन में एक बैठक भी की गई है और माना जा रहा है कि दो नई टीमों के आने से आइपीएल को फायदा होगा। बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने भी इसके लिए हामी भरी है लेकिन बैठक के बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया। 

नई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने की तैयारी

2011 में पुणे प्रेंचाइजी को सहारा ग्रुप ने हासिल की थी और ये टीम पुणे वॉरियर्स के नाम से खेली भी थी। बाद में 2013 में ये टीम आइपीएल से हट गई थी। इसके बाद 2016 में चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए बैन किया गया था तब संजीव गोयनका की कंपनी आरपीजी ग्र्रुप ने राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के नाम से टीम बनाई थी। उनकी टीम दो साल तक रही थी और अब वह पूरी तरह से आईपीएल से जुडऩा चाहते हैं। गोयनका की आइपीए में कोलकाता फ्रेंचाइजी है और वह पिछले कुछ साल से दिल्ली कैपिटल्स व राजस्थान रॉयल्स से जुडऩा चाह रहे थे लेकिन उन्हें वहां कामयाबी नहीं मिली थी। ऐसे में अब वह नई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने को तैयार है।

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