मन में जज्बा हो तो हर लक्ष्य बन जाता आसान

मन में जज्बा हो तो कोई ऐसा लक्ष्य नहीं जिसे हासिल न किया जा सके। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा के लिए हार्दिक भी लक्ष्य निर्धारित कर उसे पूरा करने के लिए खूब मेहनत की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 02:27 AM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 06:15 AM (IST)
मन में जज्बा हो तो हर लक्ष्य बन जाता आसान
मन में जज्बा हो तो हर लक्ष्य बन जाता आसान

जासं, जमशेदपुर : मन में जज्बा हो तो कोई ऐसा लक्ष्य नहीं जिसे हासिल न किया जा सके। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा के लिए हार्दिक भी लक्ष्य निर्धारित कर उसे पूरा करने के लिए खूब मेहनत की। अब परीक्षाफल के प्रकाशन के साथ ही उसके मेहनत का भी परिणाम सामने आया। लगन और कड़ी मेहनत के दम पर हार्दिक अग्रवाल ने सीबीएसई 12वीं कॉमर्स की परीक्षा में पूरे राज्य में परचम लहराया।

सीबीएसई 12वीं कॉमर्स की परीक्षा में राज्य टॉपर बने डीएवी बिष्टुपुर के छात्र हार्दिक के अनुसार जब मन करे तब पढ़ाई करना चाहिए और तबतक पढ़ना चाहिए जबतक आपका दिमाग व मन पढ़ाई में लग रहा हो। ऐसा कतई नहीं है कि रोज लगातार सात से आठ घंटे पढ़ते रहने पर ही सफलता मिलती है। हां, यह जरूरी है कि नियमित रूप से पूरी लगन के साथ पढ़ाई होती रहे। हार्दिक को कुल 500 अंकों की होने वाली परीक्षा में 492 अंक मिले हैं। 98.4 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले हार्दिक सीए बनना चाहता है। सुबह थ्योरी व शाम में प्रैक्टिकल की पढ़ाई

परीक्षा की तैयारी के बारे में हार्दिक ने बताया कि वे नियमित रूप से सुबह थ्योरी और शाम को प्रैक्टिकल की पढ़ाई करते थे। परीक्षा से दो माह पहले से उन्होंने मेहनत बढ़ा दी थी। बगैर काम के घर से बाहर निकलना बंद कर दिया था। नियमित रूप से पढ़ाई करने के साथ शिक्षकों का मार्गदर्शन समय-समय पर लेता रहा। इंटरनेट और दोस्तों के वाट्सएप ग्रुप भी तैयारी में काफी साथ दिया। कोरोना महामारी के लिए परीक्षा में अनिश्चितता और तिथि की घोषणा में विलंब से मन विचलित तो किया, लेकिन इसमें तैयारी में कोई बाधा नहीं पहुंची। हार्दिक ने बताया कि तैयारी के दौरान परिवार के सभी सदस्यों का भी सार्थक सहयोग मिला।

परीक्षाफल से संतुष्ट

सीबीएसई 12वीं कॉमर्स की परीक्षा में राज्य टॉपर हार्दिक अपने परीक्षाफल से संतुष्ट हैं। गम्हरिया में रहने वाले हार्दिक के पिताजी नाथुलाल अग्रवाल व्यवसायी है और मां ममता अग्रवाल गृहिणी हैं। बकौल हार्दिक तीन भाई-बहनों में हार्दिक छोटा है। सीए की पढ़ाई के लिए हार्दिक दूसरे शहरों में नहीं जाना चाहता है। शहर में ही बीकॉम के साथ-साथ सीए की पढ़ाई के लिए दाखिला लेना चाहता है। हार्दिक ने बताया कि अभी बाहर जाने का माहौल नहीं है। कोरोना महामारी ने सारी व्यवस्था ही बदल कर रख दी है। हार्दिक को मिले अंक कुल अंक - 500 प्राप्तांक - 492 अंग्रेजी - 98 इको - 99 बीएसटी - 97 एसीसीटी - 99 गणित - 99

chat bot
आपका साथी