लोडिग-अनलोडिग मजदूरी दर में हुई बढ़ोत्तरी

स्थानीय डाक बंगला परिसर में लोडिग अनलोडिग मजदूर संघ की बैठक विधायक समीर महंती की अध्यक्षता में हुई। इसमें व्यवसायी संघ के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से लोडिग व अनलोडिग दर का पुनर्निधारण किया गया..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 05:30 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 05:30 AM (IST)
लोडिग-अनलोडिग मजदूरी दर में हुई बढ़ोत्तरी
लोडिग-अनलोडिग मजदूरी दर में हुई बढ़ोत्तरी

संवाद सूत्र, चाकुलिया : स्थानीय डाक बंगला परिसर में लोडिग अनलोडिग मजदूर संघ की बैठक विधायक समीर महंती की अध्यक्षता में हुई। इसमें व्यवसायी संघ के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से लोडिग व अनलोडिग दर का पुनर्निधारण किया गया। दोनों पक्षों की सहमति से जो नई दरें तय की गई उसके मुताबिक, 50 किलो धान बोरा तीन रुपये, चावल बोरा ढाई रुपये, सीमेंट 2.40 रुपेय, इमली, महुआ, चार बीज, नमक, सोडा पाउडर, दाल, गुड़, चीनी का बोरा ढाई रुपये, चावल ब्रान 3.50 रुपये, कास्टिक 3 रुपये तथा लोहे के छड़ की लोडिग अनलोडिग दर 200 प्रति टन के हिसाब से निर्धारित की गई। मौके पर समीर महंती ने कहा कि 3 वर्ष पूर्व लोडिग अनलोडिग की दर तय की गई थी। मजदूर संघ की यह मांग थी कि इसमें बढ़ोतरी की जाए। महंगाई एवं अन्य चीजों को देखते हुए इस तरीके से नई दर का निर्धारण किया गया है ताकि मजदूरों को उनका हक मिले तथा व्यवसायी वर्ग के साथ भी अन्याय न हो। बैठक में शंभूनाथ मल्लिक, लघु उद्योग संघ के दीपक झुनझुनवाला विनीत रुंगटा मिट्ठू रुंगटा, कौशल रुंगटा, वासुदेव रुंगटा, संजय लोधा, सुभाष लोधा, सुमित लोधा, कैलाश रुंगटा, चंदन खां, भरत रुंगटा, केशव रुंगटा आदि उपस्थित थे। साइकिल और बाइक की टक्कर में तीन घायल : थाना क्षेत्र के एनएच 18 स्थित धड़शोल चौक के समीप रविवार को साइकिल व बाइक की टक्कर में साइकिल सवार और बाइक पर बैठे दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का सीएचसी में प्राथमिक उपचार किया गया। जानकारी के अनुसार, साइकिल सवार पशुपति मन्ना (75) के सिर और छाती में चोट आई है। वे चाकुलिया प्रखंड स्थित नया ग्राम के निवासी हैं। इधर, बाइक सवार पिका बारीक (17) के सिर और पैर में चोट आई है, जबकि गौरांग बारीक (30) के पैर मे चोट लगी है। दोनों धालभूमगढ़ में सब्जी बेचकर अपने घर गुड़ाबांधा थाना स्थित कोइमा जा रहे थे। सूचना मिलते ही विधायक समीर महंती भी सीएचसी पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया। गालूडीह क्षेत्र में खोदा गया डोभा बेकार, योजना बंद : पूर्व राज्य सरकार द्वारा कृषि कार्य व व्यवसाय के दृष्टिकोण से गालूडीह क्षेत्र में खोदा गया ज्यादातर डोभा बेकार साबित हो रहा है। डोभा में जमा जल से ना ही खेती हो रहा, ओर ना ही किसान मछली पालन कर पाए। ग्रामीण क्षेत्र में किसान के खेत में खोदा गया डोभा में महज छह इंच से एक फिट तक ही पानी संचय हो पाया। इसके कारण किसान डोभा से खेती या मछली पालन नही कर पा रहे। ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादातर डोभा सुख चुका है। पिछले दिन दारिसाई कृषि भवन केंद्र में आयोजित किसान कार्यशाला में शामिल हुए उपविकास आयुक्त परमेश्वर भगत भी पुष्टि करते हुए कहा था कि निर्माण कराया गया डोभा से किसान को कोई लाभ नही होते दिख रहा। इस लिए इस वित्तीय वर्ष में डोभा निर्माण योजना को बंद कर दिया गया है। किसान खेती के लिए या मछली पालन के लिए छोटे बड़े तालाब, सिचाई कूप एवं नाली निर्माण के लिए आवेदन दे सकते है। इस वर्ष कही भी डोभा निर्माण नही होते दिख रहा।

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