जर्दा कारोबारी के ठिकानों पर आधी रात तक चला सर्वे

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आयकर (अन्वेषण) विभाग ने साकची स्थित जर्दा कारोबारी के ठिकान

By Edited By: Publish:Wed, 22 Feb 2017 02:46 AM (IST) Updated:Wed, 22 Feb 2017 02:46 AM (IST)
जर्दा कारोबारी के ठिकानों पर आधी रात तक चला सर्वे
जर्दा कारोबारी के ठिकानों पर आधी रात तक चला सर्वे

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर :

आयकर (अन्वेषण) विभाग ने साकची स्थित जर्दा कारोबारी के ठिकानों पर सोमवार को छापेमारी की, जो रात करीब एक बजे तक चली। आयकर विभाग की टीम ने कारोबारी के टिन शेड मार्केट स्थित दुकान व ऑफिस, मोहम्मडन लाइन स्थित घर व गोदाम सहित आजादनगर-मानगो के घर-गोदाम को सुबह से रात तक खंगाला, लेकिन व्यापार से संबंधित कोई खाता-बही या पर्चा नहीं मिला। विभाग के हाथ सिर्फ एक लैपटॉप लगा, जिसे जब्त कर लिया गया है। आयकर विभाग को अनुमान है कि लैपटॉप से ही कुछ सुराग मिल सकता है कि रोज ट्रेडर्स या इसके मालिकों मो. हसनैन, मो. असलम या मो. एहसान ने किन-किन लोगों से कितने का कारोबार किया। कारोबारी के छह बैंक खाते भी जब्त किए गए हैं, जो आइसीआइसीआइ बैंक के हैं। आयकर उपनिदेशक विजय कुमार के नेतृत्व में किए गए जांच-पड़ताल में जून 2016 से पहले एक रुपये का भी कारोबार करने के सुबूत नहीं मिले, जबकि इसके बाद से अब तक इसने करीब 30 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। हालांकि इसे भी खाता-बही में कहीं दर्ज नहीं किया गया है, ना कोई चिट-पुर्जा मिला, जिससे यह पता लगे कि व्यापारी ने किसके साथ कारोबार किया। पूछताछ में मालिकों ने बताया कि जून-जुलाई के बाद उन्होंने रांची के गुटखा किंग जेपी सिंघानिया से कारोबार शुरू किया है। सिंघानिया उसे उधार में जर्दा-पान मसाला के सामान देता था, जिसे वह बेचकर चुकाते थे। बहरहाल विभाग अब लैपटॉप के सहारे ही आगे की जांच-पड़ताल शुरू करेगा। ज्ञात हो कि रोज ट्रेडर्स व इसके मालिकों द्वारा नोटबंदी के बाद बैंक में करीब 3.5 करोड़ रुपये जमा कराए थे, जिसमें अधिकांश 500-1000 रुपये के पुराने नोट थे।

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