रामकृष्ण मठ में हुई महाषष्ठी की पूजा

महाषष्ठी के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू हो गई है। घाटशिला के दाहीगोडा रामकृष्ण मठ में गुरुवार को महाषष्ठी की पूजा हुई। सुबह 530 बजे से श्री श्री देवी का कल्पारंभ व श्री श्री चंडी पाठ हुआ। शाम छह बजे देवी का अधिवास हुआ। शुक्रवार को महासप्तमी की पूजा होगी। सुबह 530 बजे से नवपत्रिका प्रवेश श्री श्री देवी का महास्नान सप्तमी पूजा श्री श्री चंडी पाठ होगा। शाम 630 बजे श्री श्री देवी की आरती व सात बजे काली कीर्तन होगा..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 01:23 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 05:09 AM (IST)
रामकृष्ण मठ में हुई महाषष्ठी की पूजा
रामकृष्ण मठ में हुई महाषष्ठी की पूजा

संस, घाटशिला : महाषष्ठी के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू हो गई है। घाटशिला के दाहीगोडा रामकृष्ण मठ में गुरुवार को महाषष्ठी की पूजा हुई। सुबह 5:30 बजे से श्री श्री देवी का कल्पारंभ व श्री श्री चंडी पाठ हुआ। शाम छह बजे देवी का अधिवास हुआ। शुक्रवार को महासप्तमी की पूजा होगी। सुबह 5:30 बजे से नवपत्रिका प्रवेश, श्री श्री देवी का महास्नान, सप्तमी पूजा श्री श्री चंडी पाठ होगा। शाम 6:30 बजे श्री श्री देवी की आरती व सात बजे काली कीर्तन होगा। शनिवार को महाअष्टमी व रविवार को महानवमी की पूजा होगी। सोमवार को विजयादशमी की पूजा होगी। कोविड-19 के कारण राज्य सरकार के गाइडलाइन को ध्यान में देखते हुए इस वर्ष दुर्गा पूजा के लिए पूजा‌र्ध्य, पुष्पांजलि, प्रसाद वितरण, कुमारी पूजा, सिदूर दान आदि अनुष्ठान रामकृष्ण मठ में नहीं होंगे।

पश्चिम बंगाल से ढाक बजाने के लिए पहुंचे लोग : दुर्गा पूजा में ढाक का विशेष महत्व होता हैं। पूजा के दौरान परंपरा के अनुसार ढाक बजाया जाता है। क्षेत्र के सभी पूजा पंडालों में ढाक बजाने के लिए लोग पश्चिम बंगाल से पहुंचते हैं। गुरुवार को ढाक बजाने के लिए लोग पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम से पहुंचे। ढाक बजाने वाला दल एक साथ यहां पहुंचा और अलग-अलग पूजा पंडालों के लिए रवाना हुआ।

नई गाइडलाइन के अनुसार पूजा में शामिल होंगे 15 सदस्य : दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर गुरुवार को पूजा कमेटी व शांति समिति की बैठक हुई। बैठक में पुलिस इंस्पेक्टर शंभू प्रसाद गुप्ता, थाना प्रभारी संतन तिवारी, सीओ सदानंद महतो उपस्थित थे। इस अवसर पर पूजा कमेटी के सदस्यों से अपील की गई कि राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही पूजा करें। सीओ सदानंद महतो ने बताया कि सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार पूजा में शामिल होने वाले सदस्यों की संख्या सात से बढ़ाकर 15 कर दी गई है। इसके अलावा पूजा पंडालों में माइक पर किसी प्रकार की रिकार्डेड सामग्री नहीं बजाई जाएगी। सिर्फ मंत्रोच्चार व पाठ आदि कर सकेंगे। इसके अलावा शारीरिक दूरी का पालन करना, मास्क का उपयोग करने व पूर्व की तरह सिर्फ कमेटी के सदस्यों को पूजा का आयोजन करने का निर्देश दिया गया। बैठक में नंदन सिंहदेव, फकीर चंद अग्रवाल, हर प्रसाद सिंह सोलंकी, तपन बनर्जी, राजीव चौधरी, शतदल गिरी, खुदीराम नामता आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी