55 साल में पहली बार राजेंद्र मध्य विद्यालय बागबेड़ा की बनी पत्रिका, हुआ विमोचन

शहर के भीड़-भाड वाले इलाके में स्थित राजेंद्र मध्य विद्यालय बागबेड़ा की स्थापना 1965 में हुई थी। उसके बाद से पहली बार स्कूल की अपनी पत्रिका वर्तमान प्रधानाध्यापिका डा. शीला कुमारी के संपादन में तैयार हुई। इस पत्रिका का नाम प्रगति के पथ पर रखा गया।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Wed, 17 Mar 2021 04:10 PM (IST) Updated:Wed, 17 Mar 2021 04:10 PM (IST)
55 साल में पहली बार राजेंद्र मध्य विद्यालय बागबेड़ा की बनी पत्रिका, हुआ विमोचन
जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय में राजेंद्र मध्य विद्यालय बागबेड़ा की पत्रिका का विमोचन

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। शहर के भीड़-भाड वाले इलाके में स्थित राजेंद्र मध्य विद्यालय बागबेड़ा की स्थापना 1965 में हुई थी। उसके बाद से पहली बार स्कूल की अपनी पत्रिका वर्तमान प्रधानाध्यापिका डा. शीला कुमारी के संपादन में तैयार हुई। इस पत्रिका का नाम प्रगति के पथ पर रखा गया। लॉकडाउन के मद्देनजर इसका प्रथम अंक ई-मैगजीन के रूप में निकाला गया। इस पत्रिका में बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। लॉकडाउन के द्वारा उनके द्वारा लिखी गई भाषण, कविता एवं अन्य गतिविधियों को स्थान दिया गया है। इस पत्रिका का विमोचन जिला शिक्षा अधीक्षक विनीत कुमार कुमार ने किया। उन्होंने इस अवसर पर इस विद्यालय की प्रधानाध्यापिका तथा छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि यह प्रयास छात्रों एवं शिक्षकों का मनोबल बढ़ाएगा। इस पत्रिका में छात्रों ने अपनी लेखनी को लिखा है। आने वाले दिनों में यह अन्य विद्यालयों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा। मौके पर उपस्थित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डा. अनिता शर्मा ने कहा कि चूंकि इस विद्यालय में पहली बार साहित्यिक शिक्षिका की पदस्थापना हुई है इस कारण पत्रिका निर्माण का कार्य हो सका। इस पत्रिका के संपादक मंडली में डा. शीला कुमारी के अलावा डा. अनिता शर्मा, अलका कुमारी, छात्रा खुशबू कुमारी, नारायण नायडु, राजेंद्र राज को रखा गया है। प्रधानाध्यापिका शीला कुमारी ने कहा कि वे काफी दिनों से इस दिशा में प्रयासरत थी, अंतत: लॉकडाउन ने यह मौका दिया। जिसे स्कूल के बच्चों के माध्यम से साकार किया गया। जिला शिक्षा विभाग में विमोचन के अवसर पर मुख्य रूप से एडीपीओ पंकज कुमार एवं एपीओ प्रमोद जयसवाल उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी