कोरोना के कारण नहीं हुआ रेलवे कॉलोनियों का हाउसकीपिंग टेंडर Jamshedpur News

दक्षिण पूर्व रेलवे ने टाटानगर राउरकेला चक्रधरपुर सहित विभिन्न स्टेशनों में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत स्वच्छ भारत अभियान 10 अगस्त से 15 अगस्त तक चलाया था।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 26 Aug 2020 04:21 PM (IST) Updated:Wed, 26 Aug 2020 05:52 PM (IST)
कोरोना के कारण नहीं हुआ रेलवे कॉलोनियों का हाउसकीपिंग टेंडर Jamshedpur News
कोरोना के कारण नहीं हुआ रेलवे कॉलोनियों का हाउसकीपिंग टेंडर Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं) । दक्षिण पूर्व रेलवे ने टाटानगर, राउरकेला, चक्रधरपुर सहित विभिन्न स्टेशनों में  स्वच्छता पखवाड़ा के तहत स्वच्छ भारत अभियान 10 अगस्त से 15 अगस्त तक चलाया था। इस अभियान में रेलवे स्टेशन व आस पास के क्षेत्र को साफ सफाई कराने पर ध्यान दिया गया। परंतु टाटानगर, राउरकेला व सीनी में हाउसकीपिंग का टेंडर पिछले चार माह से नहीं हुआ। टेंडर नहीं होने से रेलवे कालोनियों में रहने वाले करीब छह हजार से ज्यादा रेलकर्मी नालियों, सड़क पर बिखरे गंदगी के साथ साथ मच्छरों से परेशान है, जबकि कोरोना काल में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है।

बावजूद इसके  हाउसकीपिंग का टेंडर कराने में टाटानगर रेलवे अस्पताल प्रबंधक ने लापरवाही बरती है। क्योंकि अस्पताल प्रबंधक की प्रपोजल बनाकर चक्रधरपुर भेजता है। जिसका बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरु होती है। इस मामले की जानकारी चक्रधरपुर मंडल के डीआरएम विजय कुमार साहू को भी नहीं थी। जब इसकी जानकारी मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने डीआरएम को दी। डीआरएम ने शशि मिश्रा को बताया कि टेंडर के समाप्त होने से तीन माह पहले  री टेंडर की प्रक्रिया शुरु कर देनी चाहिए, ताकि समय पर री टेंडर हो सके।

हाउसकीपिंग का काम प्राइवेज एजेंसी को रेलवे द्वारा दिया जाता है। जो कालोनियों की साफ सफाई करता है। चार माह से टेंडर के बाधित होने पर रेलवे कर्मचारियों की शिकायत पर रेल के सफाई कर्मी ही गंदगी की साफ सफाई कर चले जाते  है। मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने बताया कि चार माह से हाउसकीपिंग का टेंडर नहीं होने से कालोनियों में गंदगी इस कारोना काल में बढ़ने लगी है। डीआरएम को इससे अवगत कराया गया है।

chat bot
आपका साथी