महिला को पेट दर्द की शिकायत पर बर्थ कंट्रोल की सलाह मामले में डॉक्टर से पूछताछ, जांच टीम ने खंगाले दस्तावेज

शुक्रवार को विधायक कुणाल षाडंगी के विधानसभा में मामला उठाने के बाद जांच टीम ने महिला मरीज व अनुबंध पर तैनात आरोपित डॉक्टर अशरफ बदर से पूछताछ की।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sun, 28 Jul 2019 08:04 AM (IST) Updated:Sun, 28 Jul 2019 08:04 AM (IST)
महिला को पेट दर्द की शिकायत पर बर्थ कंट्रोल की सलाह मामले में डॉक्टर से पूछताछ, जांच टीम ने खंगाले दस्तावेज
महिला को पेट दर्द की शिकायत पर बर्थ कंट्रोल की सलाह मामले में डॉक्टर से पूछताछ, जांच टीम ने खंगाले दस्तावेज

घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), जासं। स्थानीय अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अशरफ बदर द्वारा पेट दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची एक महिला को दवा देने की बजाय कंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह देने के विवादित मामले की जांच शुरू हो गई है। मामला विधानसभा में उठने के बाद प्रशासन ने जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया था। जांच टीम में जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. साहिल पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी पीके भगत और मनोचिकित्सक डॉ. दीपक गिरी शामिल हैं।

टीम ने शनिवार को अस्पताल जाकर हर पहलु की जांच की। टीम के सदस्यों ने पीडि़त महिला कर्मचारी, फार्मासिस्ट, आरोपित डाक्टर और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से अलग-अलग पूछताछ की। सभी लोगों का बयान दर्ज करने के बाद अस्पताल के आउटडोर पेसेंट पंजीकरण रजिस्टर, डाक्टर ड्यूटी चार्ट, आपातकालीन वार्ड के रजिस्टर, दवा वितरण पंजी समेत अन्य अभिलेखों की जांच की। जांच के संबंध पर पूछे जाने पर डॉ. साहिल  पाल ने कहा कि जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपी जाएगी। इस मामले में इससे अधिक कुछ नहीं कह सकते हैं।

डॉक्टर ने कहा, मुझे फंसाने की साजिश  

अनुमंडल अस्पताल में अनुबंध पर तैनात डॉ. असरफ बदर ने शनिवार को अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि पर्ची पर न तो रजिस्ट्रेशन नंबर है और न ही ओपीडी के रजिस्टर में मरीज का नाम दर्ज है। अगर महिला का इलाज किया जाता तो ओपीडी के रजिस्टर में उसका नाम दर्ज होता।

क्या है मामला

शिकायत के अनुसार 23 जुलाई को अस्पताल में कार्यरत 55 वर्षीय चतुर्थ वर्गीय महिला कर्मचारी ओपीडी के चिकित्सक से गैस व अन्य शिकायत लेकर इलाज के लिए मिली। डॉक्टर ने पर्ची पर दवा के स्थान पर निरोध कंडोम लिख दिया। दवा दुकान जाने पर महिला को जब यह जानकारी हुई तो उसने इसकी लिखित शिकायत की। साथ ही उसे शर्मिंदगी झेलने के लिए विवश करने के लिए डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

पीडि़त महिला की लिखित शिकायत पर जांच हो रही है। अस्पताल प्रबंधन ने जांच में टीम का सहयोग किया। मांगी गई हर जानकारी टीम को दी गई।  डॉ. शंकर टुडू, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अनुमंडल अस्पताल घाटशिला।

विभाग ऐसे बेशर्म चिकित्सक को निलंबित कर जांच करे, ताकि जांच प्रभावित नहीं हो। साथ ही डॉक्टर पर कड़ी कार्रवाई करें, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। कुणाल षाड़ंगी, विधायक बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र।

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