Death in judicial custody ः हरपाल सिंह थापर की मौत मामले में न्यायिक जांच को लेकर अब तक नहीं हुआ कोई आदेश

मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की मौत घाघीडीह सेंट्रल जेल में तबीयत बिगड़ने के कारण शुक्रवार रात एमजीएम अस्पताल भेजने के दौरान हो गई थी। हरपाल सिंह थापर की पत्नी पुष्पा रानी तिर्की भी जेल में ही हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 09:38 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 11:39 AM (IST)
Death in judicial custody ः हरपाल सिंह थापर की मौत मामले में न्यायिक जांच को लेकर अब तक नहीं हुआ कोई आदेश
मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की फाइल फोटो।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टेल्को थाना क्षेत्र के खड़ंगाझार स्थित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की न्यायिक हिरासत में मौत मामले को लेकर अब तक मौत के कारण को लेकर असमंजस बना हुआ है। वहीं इस मामले में घाघीडीह सेंट्रल जेल प्रशासन पर सवाल उठने पर जेल अधीक्षक एनपी सिंह ने खुद ही मौत की न्यायिक जांच कराने की अनुशंसा जिला के प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश से रविवार को ही कर दी थी। सोमवार को मामले पर कोई निर्णय नहीं लिया गया।

जैसा कि जेल अधीक्षक ने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए वे अदालत से विभागीय पत्र-व्यवहार कर आग्रह कर चुके हैं। इस पर अदालत ने क्या आदेश दिया, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। गौरतलब है कि हरपाल सिंह थापर की मौत घाघीडीह सेंट्रल जेल में तबीयत बिगड़ने के कारण शुक्रवार रात एमजीएम अस्पताल भेजने के दौरान हो गई थी। हरपाल सिंह थापर, उसकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की समेत अन्य ट्रस्ट से भागने के बाद बरामद की गई दो नाबालिग ने यौन उत्पीड़न, शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने ओर अन्य आरोप लगाते हुए टेल्को थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस ने हरपाल सिंह थापर, उसकी पत्नी, ट्रस्ट की गीता देवी और उसके पुत्र आदित्य सिंह को मध्यप्रदेश के सिंगरौली से 16 जून को गिरफ्तार किया था। सभी को न्यायालय में प्रस्तुत किए जानेे के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा था। हरपाल सिंह थापर की जमानत अर्जी जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश सुभाष की अदालत से खारिज कर दी गई थी। इसके बाद संचालक ने झारखंड उच्च न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल की थी। इस मुख्य आरोपित की मौत न्यायिक हिरासत में हो गई।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हो रहा इंतजार

पुलिस-प्रशासन ने हरपाल सिंह थापर के शव का पोस्टमार्टम 18 जुलाई को मेडिकल बोर्ड की टीम से मानवाधिकार आयोग के नियम के तहत कराया। सभी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। उसके शरीर काले होने, पैर में जगह-जगह काले दाग होने और पैर में छेद होने जैसे जख्म पर सिख समाज समेत अन्य लोगों ने सवालिया निशान उठाए हैं, जिसे लेकर मामला गंभीर हो गया है। आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। राजनीतिक दल के वरीय नेता इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय हैं।

पत्नी ने लगाए थे गंभीर आरोप

हरपाल सिंह थापर की पत्नी पुष्पा रानी तिर्की ने पति के अंतिम संस्कार के समय यही कहा कि पूरे मामले में फंसाया गया है। पति को फंसाने और जमीन हड़पने को साजिश रची गई। इसमें भाजपा महानगर के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद, आजसू के मनोज गुप्ता, कंचन समेत अन्य लोग शामिल हैं। इंटरनेट मीडिया पर पुष्पा तिर्की के वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें पुष्पा रानी तिर्की कह रही है कि अंकित आनंद उसे सीडब्लयूसी की चेयरपर्सन होने के नाते कई बच्चों से जुड़े कई मामले देते थे। पैसे की उगाही अंकित और उसके साथी करते थे। इस तरह कई गंभीर आरोप उसने लगाए। इधर, अंकित आनंद ने कहा वे अपनी सुरक्षा के प्रति चिंतिंत हैं। कुछ लोग उसकी रेकी कर रहे हैं और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दे रहे हैं। बिरसानगर मोहरदा निवासी ऋषि पांडेय ने इंटरनेट मीडिया पर पुष्पा रानी तिर्की का वीडियो शेयर करते हुए मेरी मानहानि का प्रयास किया है। पुष्पा तिर्की ने रुपये उगाही करने का आरोप लगाया है। यह आश्चर्य की बात है। जितना संभव बन पा रहा है वे बर्दाश्त कर रहे हैं। अत्यधिक होने पर आत्महत्या के सिवा ओर कोई और विकल्प नहीं सूझ रहा है। ऋषि पांडेय और उसके साथी इंटरनेट मीडिया पर बदनाम का प्रयास कर रहे हैं, जिसके कारण वे तनाव में हैं। चूंकि मैंने मामले को उजागर किया था, इसलिए हरपाल सिंह थापर की मौत के बाद कई लोगों को सियासी रोटी सेंकने का मौका मिल गया है। अंकित आनंद ने आरोप को लेकर उपायुक्त, एसएसपी, सिटी एसपी समेत अन्य को लिखित शिकायत पत्र दिया है।

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