भुइयांडीह में सफाई करने मेनहोल में उतरे कर्मचारी की दम घुटने से मौत

भुइयांडीह के कान्हू भंट्ठा पार्क के समीप बने मेनहोल में सफाई करने उतरे युवक की दम घुटने से मौत हो गई। उसे बचाने उतरा दूसरा युवक भी बेहोश हो गया। घटना शनिवार की सुबह करीब 11 बजे की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Apr 2019 10:00 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 06:35 AM (IST)
भुइयांडीह में सफाई करने मेनहोल में उतरे कर्मचारी की दम घुटने से मौत
भुइयांडीह में सफाई करने मेनहोल में उतरे कर्मचारी की दम घुटने से मौत

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : भुइयांडीह के कान्हू भंट्ठा पार्क के समीप बने मेनहोल में सफाई करने उतरे युवक की दम घुटने से मौत हो गई। उसे बचाने उतरा दूसरा युवक भी बेहोश हो गया। घटना शनिवार की सुबह करीब 11 बजे की है।

भुइयांडीह स्थित नंद नगर निवासी अजय छतर (35) मेनहोल में सफाई करने के लिए उतरा था। उसकी गहराई करीब दस फीट थी। तभी वह मेनहोल में ही बेहोश हो गया। उसपर जब स्थानीय लोगों की नजर पड़ी तो उसे निकालने की कोशिश शुरू हुई। उसे बचाने के लिए दूसरा युवक मेनहोल में कूद पड़ा लेकिन वह भी बेहोश हो गया। इसके बाद उसके शरीर में रस्सी बांध बाहर निकाला गया और उसके शरीर पर पानी डाला गया। इसके बाद उसे होश आया। जबकि अजय छतर को होश नहीं आया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने अजय को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि कान्हू भंट्ठा पार्क निवासी बली यादव मेनहोल सफाई करने के लिए अजय को बुलाकर ले गया था। लोगों का आरोप यह भी है कि घटना की जानकारी तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस काफी देर के बाद आई। अगर, युवक को तत्काल मेनहोल से निकाल लिया जाता तो उसकी जान बच जाती। 108 एंबुलेंस भी नहीं पहुंचा। अजय को ऑटो से एमजीएम अस्पताल लाया गया। घटना के बाद पूरे बस्ती में शोक की लहर दौड़ पड़ी। शाम तक आरोपित के साथ समझौता का प्रयास चलता रहा।

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घर में छोटा था अजय, आठ साल पहले हुई थी शादी

मृतक घर में सबसे छोटा था। उसके बड़े भाई का नाम विजय छतर है। दोनों भाई मजदूरी कर किसी तरह घर के लोगों का भरण-पोषण करते थे। अजय की शादी करीब आठ साल पूर्व ही हुई है। उसके दो बच्चे हैं। बड़ा बेटा का नाम सोनू छतर (8) व छोटा बेटा का नाम मोनू छतर (4) है। घटना की जानकारी मिलने के बाद दर्जनों लोग एमजीएम अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दे रहे थे।

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