अधर में लटका नगर पंचायत भवन का निर्माण

ढाई करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्माणाधीन नगर पंचायत कार्यालय भवन का काम मामूली तकनीकी त्रुटि के कारण विगत डेढ़ महीने से ठप पड़ा हुआ है। संवेदक मनोज अग्रवाल द्वारा विभागीय पदाधिकारियों को तकनीकी त्रुटि से संबंधित लिखित सूचना दे दी है..

By JagranEdited By: Publish:Fri, 09 Apr 2021 06:10 AM (IST) Updated:Fri, 09 Apr 2021 06:10 AM (IST)
अधर में लटका नगर पंचायत भवन का निर्माण
अधर में लटका नगर पंचायत भवन का निर्माण

संवाद सूत्र, चाकुलिया : ढाई करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्माणाधीन नगर पंचायत कार्यालय भवन का काम मामूली तकनीकी त्रुटि के कारण विगत डेढ़ महीने से ठप पड़ा हुआ है। संवेदक मनोज अग्रवाल द्वारा विभागीय पदाधिकारियों को तकनीकी त्रुटि से संबंधित लिखित सूचना दे दी है। इसके बावजूद विभाग इसे लेकर कोई तत्परता नहीं दिखा रहा है। सबसे ताज्जुब की बात यह है कि नगर पंचायत क्षेत्र में करोड़ों रुपए की कई योजनाएं चल रही हैं। परंतु इसकी देखरेख के लिए जिस सहायक अभियंता महेश कुमार की पदस्थापना यहां की गई है, वे लघु सिचाई विभाग से आते हैं। ऐसे में भवन निर्माण कार्यों में उनकी दक्षता को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े किए जा रहे हैं। विदित हो कि पुराने अंचल कार्यालय भवन के समीप खाली पड़े मैदान में नगर पंचायत का नया कार्यालय भवन बनाया जा रहा है। बीते 26 जनवरी को नगर पंचायत प्रतिनिधियों ने नारियल फोड़कर इसका शिलान्यास किया था। उसके बाद संवेदक ने जोर शोर से निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। लेकिन बमुश्किल महीना भर काम चला था, तभी डीपीआर में तकनीकी त्रुटि के कारण काम बंद हो गया। त्रुटि यह थी कि भवन के बीम मे लगने वाले छड़ की डिजाइन का उल्लेख डीपीआर में नहीं किया गया था। इस संबंध में संवेदक ने नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी समेत विभाग के अन्य वरीय अधिकारियों को पत्र लिख कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी। एसडीओ सह तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी सत्यवीर रजक ने विभाग के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिख स्थिति से अवगत कराया। लेकिन अभी तक समस्या का निराकरण नहीं किया गया है जिसके चलते काम बंद पड़ा हुआ है। विभागीय हीला हवाली को देख लोग आशंका जता रहे हैं कि अधूरी योजनाओं के लिए पहले से ही कुख्यात चाकुलिया नगर पंचायत में कहीं एक और योजना अधूरी ना रह जाए। लघु सिचाई अभियंता की पदस्थापना आश्चर्यजनक : चाकुलिया नगर पंचायत में लघु सिचाई विभाग के सहायक अभियंता की पदस्थापना आश्चर्यजनक है। नगर पंचायत क्षेत्र में सिविल इंजीनियर की जरूरत है न कि मैकेनिकल इंजीनियर की। कनीय अभियंता लखींद्र बेहरा भी बिल्कुल नए हैं। उनके पास भी अनुभव की कमी है। माना जा रहा है कि अगर यहां कोई अनुभवी सहायक अभियंता पदस्थापित होते तो नगर पंचायत भवन का काम रोकना नहीं पड़ता। त्रुटि दूर कर जल्द शुरू होगा काम : बीडीओ सह नगर पंचायत के प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी देवलाल उरांव ने कहा कि तकनीकी त्रुटि को दूर कर नगर पंचायत भवन का निर्माण कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा। इस संबंध में सहायक अभियंता को आवश्यक दिशा निर्देश दे दिया गया है।

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