Cold Diarrhoea: पूर्वी सिंहभूम के पोटका के लेड़ोकोचा में कोल्ड डायरिया की दस्तक, आधा दर्जन लोग बीमार

Cold Diarrhoea in Potka पोटका प्रखंड के नारदा पंचायत अंतर्गत लेड़ोकोचा में कोल्ड डायरिया ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। गांव में चार चापाकल है। चारों चापाकल खराब स्थिति में है जिसके कारण खेत में बने गड्ढे का पानी पीने से कई लोग डायरिया के शिकार हो गए।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 04:53 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 04:53 PM (IST)
Cold Diarrhoea: पूर्वी सिंहभूम के पोटका के लेड़ोकोचा में कोल्ड डायरिया की दस्तक, आधा दर्जन लोग बीमार
पोटका में डायरिया की सूचना के बाद पहुंची मेडिकल टीम।

पोटका, जागरण संवाददाता। पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड के नारदा पंचायत अंतर्गत लेड़ोकोचा में कोल्ड डायरिया ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। गांव में चार चापाकल है। चारों चापाकल खराब स्थिति में है जिसके कारण खेत में बने गड्ढे का पानी पीने से कई लोग डायरिया के शिकार हो गए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया की सूचना मिलते ही कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ रजनी महाकुड़ ने कहा कि डायरिया नियंत्रण में है। दो लोगों को डायरिया हुई थी जिसे इलाज के बाद अभी स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में वहां कैंप लगा कर दवा वितरण कर बाकी लोगों को जागरूक किया जा रहा है एवं गड्ढे का पानी पीने से मना किया जा रहा है। साथ ही नालियों और गड्ढों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। पेयजल विभाग को चापाकल मरम्मत को लेकर पत्र लिखा गया है।

गांव के चारों चापाकल खराब

बता दें कि लेड़ोकोचा में चार चापाकल है। चारों चापाकल खराब हो जाने से गड्ढा का पानी पीने से डायरिया फैला है। बीमार जमुना मुर्मू एवं सुनाराम हेंब्रम का इलाज चल रहा है। साथ ही सुपाई मुर्मू, विक्रम मुर्मू, बड़ा कादो मुर्मू आदि को दवा देकर डायरिया से बचने को लेकर सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग को डायरिया होने की सूचना मिलते ही तुरंत कैंप लगाकर इलाज किया गया जिसके कारण बांगो जैसी स्थिति होने से बच गई। डायरिया नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विभाग की टीम कैंप किए हुए हैं जिसमें एएनएम रानो, फार्मासिस्ट मानवेंद्र गोप, सहिया चंपा टुडू, सेविका कमला रानी महतो आदि उपस्थित रही।

इससे पहले डायरिया से एक वृद्ध की हो चुकी मौत

इसी गडढे का पानी पीने से लोग हुए बीमार।

पिछले दो महीने के अंदर पोटका प्रखंड के शंकरदा, बांगो में डायरिया हो चुका है जिसके कारण डायरिया से एक वृद्ध की मौत भी हो गई थी। बागों में डायरिया काफी विकराल स्थिति में था जिसे नियंत्रण कर पाना स्वास्थ विभाग के लिए काफी कठिन हो रहा था। कड़ी मशक्कत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया पर नियंत्रण कर सका वहीं इस बार जैसे ही डायरिया होने की सूचना मिली तुरंत स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर डायरिया पर नियंत्रण कर लिया गया।

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