थ्री डी स्कैनर से मापी जाएगी चांडिल डैम की दरार

केंद्रीय जल आयोग ने चांडिल डैम की दरार को ठीक करने की कवायद शुरू कर दी है। थ्री डी स्कैनर से दरार मापने की योजना है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Jul 2018 12:00 PM (IST) Updated:Tue, 17 Jul 2018 12:00 PM (IST)
थ्री डी स्कैनर से मापी जाएगी चांडिल डैम की दरार
थ्री डी स्कैनर से मापी जाएगी चांडिल डैम की दरार

मुजतबा हैदर रिजवी, जमशेदपुर : केंद्रीय जल आयोग चांडिल डैम की दरार को ठीक करने की कवायद शुरू करने से पहले थ्री डी स्कैनर से इसकी जांच कराएगा। इसके लिए जल्द ही आयोग की डैम सेफ्टी के इंजीनियरों की टीम चांडिल आएगी। देखा जाएगा कि दरार की लंबाई, चौड़ाई और गहराई कितनी है। दरार बढ़ रही है या फिर उतनी ही है। वैसे डैम सेफ्टी के इंजीनियरों का मानना है कि दरार को लेकर कोई परेशान होने जैसी बात नहीं है। फिर भी डैम का मामला है इसलिए इसकी पूरी पड़ताल होगी और इसे ठीक किया जाएगा।

केंद्रीय जल आयोग ने चांडिल डैम की दरार को लेकर सोमवार को दिल्ली के आरके पुरम स्थित केंद्रीय जल आयोग के (सीडब्ल्यूसी) लाइब्रेरी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर मंथन किया। इस बैठक में आयोग के निदेशक प्रेम नारायण और चीफ इंजीनियर गुलशन राज, सीएमडीडी के निदेशक कय्यूम मोहम्मद, एंबैंकमेंट डिजाइन के निदेशक एम रमेश कुमार और बीसीडी के निदेशक अनिल जैन के अलावा डैम सेफ्टी के इंजीनियरों की टीम भी थी। इस बैठक में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम चांडिल डैम में दरार का पावर प्रेजेंटेशन लेकर गए थे। शाम चार बजे से पांच बजे तक चली इस बैठक में मुख्य अभियंता ने स्क्रीन पर चांडिल डैम की दरार को आयोग के अािधकारियों और डैम सेफ्टी की टीम को अवगत कराया। मुख्य अभियंता ने केंद्रीय जल आयोग के इंजीनियरों को बताया कि फरवरी में ये दरार देखी गई है। दरार हलकी है और ये बढ़ नहीं रही है। केंद्रीय जल आयोग के निदेशक ने मुख्य अभियंता को बताया कि आयोग पहले दरार की थ्री डी पड़ताल कराएगा। थ्री डी रिपोर्ट आने के बाद ही दरार को ठीक करने का काम शुरू होगा। उन्होंने मुख्य अभियंता को निर्देश दिया है कि वो दरार की रोज निगरानी की जाए। जब तक आयोग की टीम दिल्ली से आकर जांच नहीं करती तब तक दरार के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाए।

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ब्रिज से नीचे कंक्रीटिंग में है दरार

चांडिल डैम में ब्रिज से जरा नीचे कंक्रीटिंग की सेकेंड स्टेज में ये दरार है। दरार इस साल फरवरी में ही नजर आई थी। इसके बाद मुख्य अभियंता ने केंद्रीय जल आयोग और रांची सेंट्रल डिजाइन आफिस को इस दरार से अवगत कराया है। इसके बाद इस दरार को ठीक करने की कवायद शुरू हो गई है। डैम में एक और दरार तीन साल से है। ये दरार भी बढ़ नहीं रही है।

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हर छह महीने में होगी डैम की जांच

केंद्रीय जल आयोग ने तय किया है कि चांडिल डैम की जांच अब हर छह महीने में होगी। अगस्त में डैम सेफ्टी की टीम जांच करने आएगी। इसके ठीक छह महीने बाद फिर डैम सेफ्टी के इंजीनियर चांडिल आकर डैम की जांच करेंगे। जल आयोग के निदेशक प्रेम नारायण ने मुख्य अभियंता से कहा कि डैम की हर छह महीने में जांच जरूर कराएं।

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कोट

दिल्ली में केंद्रीय जल आयोग और डैम सेफ्टी के इंजीनियरों ने चांडिल डैम की दरार का जायजा पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए लिया है। इंजीनियरों का कहना है कि कोई घबराने की बात नहीं है। जल्द ही इस दरार को ठीक कर दिया जाएगा।

वीरेंद्र राम, मुख्य अभियंता चांडिल डैम

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