Coronavirus बड़ी चुनौती : घाघीडीह जेल की क्षमता 1400 की, रखे गए हैं 1836 कैदी Jamshedpur News

जेल के अंदर की व्यवस्था से तालमेल बिठाने में जेल प्रशासन को कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जेल में सात आइसोलेशन वार्ड तैयार किए गए हैं।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 28 Mar 2020 08:24 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2020 08:24 PM (IST)
Coronavirus  बड़ी चुनौती : घाघीडीह जेल की क्षमता 1400 की, रखे गए हैं 1836 कैदी Jamshedpur News
Coronavirus बड़ी चुनौती : घाघीडीह जेल की क्षमता 1400 की, रखे गए हैं 1836 कैदी Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। घाघीडीह सेंट्रल जेल में क्षमता से अधिक बंदी हो गए हैं। क्षमता से अधिक कैदियों की संख्‍या प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। संख्‍या अधिक होने के कारण बंदियों और रक्षकों के बीच भी अक्‍सर किचकिच होती है।

जेल में 1400 बंदियों की क्षमता है। इसमें वर्तमान में 1836 बंदी है। यह कैसे रह रहे है इसका अंदाजा इनकी संख्या से लगाया जा सकता है। इसमें हर तरह के बदमाश भी बंद है। बंदियों क संख्या बढऩे से खाने-पीने और रखने की समस्या भी उत्पन्न हो रही है।

तीनों जिलों से लाए जाते हैं कैदी

गौरतलब हैं कि सेंट्रल जेल में कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों के सजायाफ्ता बंदी और प्रदेश के बड़े अपराधी रखे जाते है। जिस संख्या में बंदियों की संख्या बढ़ रही है। वहीं बंद रक्षकों की संख्या अनुपात में काफी कम है। इससे तालमेल बिठाने को जेल प्रशासन को कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जेल के अंदर की व्यवस्था से तालमेल बिठाने को जेल प्रशासन को कई तरह के दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष कर वैसे समय में जब कोरोना वायरस के बढ़ संक्रमण को लेकर झारखंड समेत कई राज्यों में लॉकडाउन है। कोरोना से बचने को पांच फिट शारीरिक दूरी बनाकर रखने की जरूतर बताई जा रही है। ऐसे में बंदियों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करना जेल प्रशासन के लिए चुनौती है।

जेल मे सात आइसोलेशन वार्ड तैयार, हर दिन 10 बंदी आ रहे जेल में

जेल मेें कोरोना से निपटने को सात आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है। जेल में प्रतिदिन औसतन 10 नए बंदी आ रहे है। जिन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। दो दिन की जांच के बाद बैरकों में भेजा जा रहा है। शनिवार तक वार्ड में 39 बंदी है।

लॉकडाउन में जिला पुलिस ने 36 लोगों को जेल भेजा है। कोरोना को लेकर जेल में सतर्कता तो बरती जा रही है, लेकिन बढ़ रही भीड़ परेशानी बढ़ रही है। मुलाकाती बंदी है। सशरीर बंदियों की पेशी न्यायालय में नहीं हो रही है। वीडियो कांफें्रङ्क्षसग से पेशी कराई जा रही है।

chat bot
आपका साथी