बारिश आते ही जमशेदपुर में फिर तमतमाई हरी सब्जियां, जानिए ताजा भाव Jamshedpur News

जमशेदपुर के थोक बाजार में हरी सब्जियों की कीमत में दो-पांच रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। इसके अलावा पटमदा व तमाड़ से आने वाला टमाटर भी अब बाजार से गायब है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 21 Jul 2020 04:52 PM (IST) Updated:Tue, 21 Jul 2020 04:52 PM (IST)
बारिश आते ही जमशेदपुर में फिर तमतमाई हरी सब्जियां, जानिए ताजा भाव Jamshedpur News
बारिश आते ही जमशेदपुर में फिर तमतमाई हरी सब्जियां, जानिए ताजा भाव Jamshedpur News

जमशेदपुर (जासं)। लौहनगरी में फिर से लॉकडाउन की आशंका और अन्य जिलों में हो रही बारिश ने हरी सब्जियों के तेवर फिर लाल कर दिए हैं। इसके कारण जमशेदपुर के थोक बाजार में हरी सब्जियों की कीमत में दो-पांच रुपये की बढ़ोतरी हो गई है। इसके अलावा पटमदा व तमाड़ से आने वाला टमाटर भी अब बाजार से गायब है। उसकी जगह बेंगलुरू के टमाटर ने ले ली है। 1400 किलोमीटर दूर से आने के कारण इन टमाटरों की ढुलाई का शुल्क भी महंगी हो गई है।

जानकारों की माने तो लोगों को डर सता रहा है कि लॉकडाउन फिर से हो जाएगा इसलिए वे खेती से माल नहीं निकाल रहे हैं। जबकि दूसरे राज्यों में हो रही बारिश के कारण भी हरी सब्जियों की पैदावार में असर पड़ा है। इसके कारण बाजार में सब्जियों की आवक कम होने से इसका सीधा असर कीमतों पर पड़ रहा है। थोक विक्रेताओं का कहना है कि मानसून तक बाजार ऐसे ही रहने की उम्मीद है। 

प्याज सस्ता, आलू महंगा

जमशेदपुर के थोक बाजार में प्याज सस्ता जबकि आलू महंगा हो गया है। जमशेदपुर में नासिक से आने वाले प्याज की कीमत प्रति ङ्क्षक्वटल 1300 रुपये है तो बंगाल व नैनीताल वाले के-22 आलू 2500 प्रति ङ्क्षक्वटल तक पहुंच चुका है। 

जमशेदपुर के थोक बाजार के भाव 

आलू - 2500 क्विंटल

प्याज : 1300 क्विंटल

शिमला : 70-80 रुपये किलोग्राम

बीन्स : 60-80 रुपये किलोग्राम

टमाटर : 44 रुपये किलोग्राम

मद्रास ओल  : 27 रुपये किलोग्राम

खीरा : 8-10 रुपये किलोग्राम

गाजर : 10-16 रुपये किलोग्राम

केला : 2 रुपये प्रति पीस

पटल : 28 रुपये किलोग्राम

कुंदरू : 14 रुपये किलोग्राम

कुमडा : 8 रुपये किलोग्राम

कच्चू : 14 रुपये किलोग्राम

खेखसा : 22 रुपये किलोग्राम

बैगन : 26 रुपये किलोग्राम

अदरक : 80 रुपये किलोग्राम

लहसून : 100 रुपये किलोग्राम

'बारिश के कारण हरी सब्जियों की पैदावार में असर पड़ा है। इससे कीमतें बढऩे की संभावना है।

-राजकुमार प्रसाद, थोक विक्रेता

मानसून के कारण हरी सब्जियों की कीमत पर उतार-चढ़ाव बना रहता है। फिलहाल सब्जियों के दाम में ज्यादा अंतर नहीं आया है।-कन्हैया लाल प्रसाद, थोक विक्रेता 

chat bot
आपका साथी