स्वास्थ्य विभाग में अवैध नौकरी फर्जीवाड़ा में कोल्ड चेन के कर्मचारी को शो-कॉज

कर्मचारियों की जुबान पर एक ही बात छायी रही कि अगर इसकी उच्चस्तरीय जांच हुई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ जाएगा।

By Edited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 02:16 AM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 11:17 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग में अवैध नौकरी फर्जीवाड़ा में कोल्ड चेन के कर्मचारी को शो-कॉज
स्वास्थ्य विभाग में अवैध नौकरी फर्जीवाड़ा में कोल्ड चेन के कर्मचारी को शो-कॉज

जमशेदपुर(जासं)। जिला स्वास्थ्य विभाग में काम कराने वाली प्राइवेट संस्थाओं में बड़े पैमाने पर अवैध नौकरी दिलाने का मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग में दिनभर चर्चा होती रही। कर्मचारियों की जुबान पर एक ही बात छायी रही कि अगर इसकी उच्चस्तरीय जांच हुई तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ जाएगा। अधिकांश कर्मचारियों को पता है कि इस खेल में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एजेंसी, पदाधिकारी व कर्मचारी तीनों शामिल हैं।

एमजीएम के अलावे सदर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में भी पैसा लेकर कर्मचारियों को नियुक्त करने की बात कहीं जा रही है। स्वास्थ्य विभाग में पैसा लेकर अवैध तरीके नौकरी दिलाने के मामले में साकची स्थित कोल्ड चैन में तैनात कर्मचारी प्रद्युम्न को शो-कॉज किया गया है। हालांकि, इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. महेश्वर प्रसाद का टाल-मटोल जवाब रहा।

उनका कहना है कि मेरे तक कोई लिखित सूचना नहीं मिली है। वहीं दूसरी तरफ ये भी बोले कि जिला आरसीएच पदाधिकारी से बात कर लें। इधर, जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. साहिर पॉल ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। उनका कहना है कि अखबारों के माध्यम से जो जानकारी हासिल हुई है, उसके आधार पर संबंधित कर्मचारी को शो-कॉज किया जा रहा है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

क्या है मामला

बीते मंगलवार को एमजीएम अस्पताल में चार युवतियां अधीक्षक डॉ. एसएन झा व उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी के पास नौकरी के लिए पहुंची थी। उनका कहना था कि उन्हें सरजामदा निवासी उमेश सिंह ने भेजा है। उनलोगों से छह से दस हजार रुपये नौकरी के नाम पर ठगी किया गया है। इसके बाद मामला प्रकाश में आया था।

पैसा फेंक चले गए

मेरे कार्यालय में उमेश सिंह आया और पैसा फेक कर चले गया। इसके कुछ देर के बाद तीन युवतियां आई और पूछी कि प्रद्युम्न कौन है, उन्हें उमेश सिंह ने पैसा दिया है। हमलोग को उमेश सिंह ने ही भेजा है। इसके बाद उमेश सिंह द्वारा खिड़की पर रखा हुआ पैसा मैंने युवतियों को दिया।

-प्रद्युम्न, आरोपित कर्मचारी, कोल्ड चेन, साकची।

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